भोपाल। कोरोना (Corona) काल में निजी अस्पतालों द्वारा मचाई गई लूट से देशभर में मप्र (MP) की किरकिरी हुई है। अब सरकार (Government) ऐसे लुटेरे अस्पतालों की जांच करने जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने सभी कलेक्टरों (Collectors) को इसके निर्देश दे दिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) के अंतर्गत निजी अस्पतालों (Private Hospitals) को विशेष पैकेज देकर कोविड (Covid) के मुफ्त इलाज के लिए सम्बद्ध किया गया है। इन सभी सम्बद्ध अस्पतालों की जांच की कर एक पता लगाएं कि अस्पताल (Hospitals) में मरीजों को अनावश्यक रूप से भर्ती तो नहीं कर रखा है। दरअसल प्रदेश के सभी बड़े शहर भोपाल (Bhopal), इंदौर (Indore), ग्वालियर (Gwalior), जबलपुर (Jabalpur) एवं अन्य शहरों में निजी अस्पतालों (Private Hospitals) द्वारा मरीजों से ज्यादा पैसा वसूलने की श्किायत सीधे मुख्यमंत्री (Chief Minister) तक पहुंची थी। भोपाल – इंदौर (Bhopal-Indore) में तो प्रशासन ने हस्तक्षेप कर मरीजों से ली गई ज्यादा राशि अस्पतालों (Hospitals) से वापस कराई थी। अब मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने ऐसे अस्पतालों (Hospitals) पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा कि राज्य शासन ने अस्पतालों के लिए जो नई दरें तय की हैं। उनके अनुसार ही मरीजों से पैसा लिया जाना। जो अस्पताल (Hospital) ज्यादा वसूलते हैं। उनके लाइसेंस (License) निरस्त तक की कार्रवाई की जा सकती है।
सरकार ने इसलिए नहीं दिखाई सख्ती
प्रदेश में अप्रैल एवं मई महीने में जब कोरोना पीक पर था, तब निजी अस्पतालों ने जमकर लूट मचाई थी। उस दौरान अस्पतालों की करतूत सरकार तक पहुंची थी, लेकिन कोरोना मरीजों की जान की परवाह करते हुए सरकार ने तक कोई कार्रवाई नहीं की थी, लेकिन अब अस्पतालों में मरीज घटने लगे हैं। अब हर निजी अस्पताल की जांच की जा रही है।
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