भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर जिले (Sheopur district ) में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान (Kuno National Park) में बसाए गए एक और चीते की मौत हो गई है। नामीबिया से लाए गए नर चीते ‘पवन” (Male leopard ‘Pawan”) का शव मंगलवार को नाले पर पड़ा मिला। आशंका जताई जा रही है कि नाले में डूबने से उसकी मौत हुई है। एपीसीसीएफ एवं लायन प्रोजेक्ट के निदेशक उत्तम कुमार शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह लगभग 10.30 बजे नामीबियाई नर चीता पवन एक नाले के किनारे झाड़ियों के बीच बिना किसी हलचल के पड़ा हुआ पाया गया। बारिश के कारण नाला लबालब भरा हुआ था। पशु चिकित्सकों को सूचित किया गया और निरीक्षण के बाद पता चला कि सिर सहित शरीर का अगला हिस्सा पानी के अंदर था और शरीर पर कहीं भी कोई बाहरी चोट नहीं दिखी। प्रारंभिक तौर पर मौत का कारण डूबने से लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की जानकारी पता चलेगी।
गौरतलब है कि नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कुल 20 चीते लाकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाए गए थे। इनमें से पिछले लगभग दो साल में आठ चीतों की मौत हो चुकी है। चीतों के अलावा कूनो में तीन मादा चीता के कुल 12 शावक हैं। केवल पवन चीता ही कूनो के खुले जंगल में था, इसके अलावा सभी चीते व शावक बड़े बाड़े मे बंद हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाकर आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था। इसके बाद 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाए गए थे। कुल 20 चीतों में से अब तक आठ चीतों की बीमारी व हादसे के चलते मौत हो गई। वहीं, कूनो की धरती पर 17 शावकों ने जन्म लिया है, जिनमें से पांच शावकों की मौत हो चुकी है। इस तरह अब कूनों में 12 वयस्क चीते और आशा, ज्वाला और गामिनी द्वारा जन्मे कुल 12 शावक शेष बचे हैं।
– कूनो में अब तक इन आठ चीतों की मौत
– 26 मार्च 2023 साशा की मौत
– 23 अप्रैल 2023 नर चीता उदय की मौत
– 9 मई 2023 मादा चीता दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत
– 11 जुलाई 2023 आपसी संघर्ष में नर चीता तेजस की मौत
– 14 जुलाई 2023 आपसी संघर्ष में नर चीता सूरज की मौत
– 2 अगस्त 2023 इंफेक्शन से मादा चीता धात्री की मौत
– 16 जनवरी, 2024 को चीता शौर्य की मौत
– 27 अगस्त 2024 को चीता पवन की मौत
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