इंदौर (Indore)। इंदौर से अहमदाबाद (Indore to Ahmedabad) फोर लेन प्रोजेक्ट के तहत झाबुआ (Jhabua) के पास माछलिया घाट सेक्शन (Machhaliya Ghat Section) के चौड़ीकरण का काम फिर उलझ गया है। यह काम 2018 में इंदौर-गुजरात बॉर्डर (Gujarat border) फोर लेन प्रोजेक्ट के तहत पूरा होना था, लेकिन तब वन और पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी नहीं मिलने से काम अटक गया था। फोर लेन रोड का बाकी हिस्सा तो तब बन गया, लेकिन माछलिया घाट और पक्षी अभ्यारण्य वाला 16 किलोमीटर लंबा हिस्सा नहीं बन पाया था। तब से अब तक वाहन चालक पहले खस्ताहाल सडक़ से परेशान रहे और फिर घाट सेक्शन के संकरे हिस्से में बार-बार ट्रैफिक जाम की तकलीफें बढ़ती गईं।
घाट और अभ्यारण्य वाले हिस्सों में जो हिस्सा संकरा रह गया है, वह चार हिस्सों में बंटा है। पहले उम्मीद थी कि मार्च-23 तक बचा हिस्सा भी चौड़ा हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सकेगा। सूत्रों ने बताया कि बीच में स्थानीय विवादों के बाद कांट्रेक्टर कंपनी को प्लांट बंद करना पड़ा था। इस वजह से प्रोजेक्ट में देरी हो रही है। अभी भी तयशुदा रूप से कहना कठिन है कि बचा काम कब तक पूरा होगा? हालांकि, जब प्रोजेक्ट पूरा होगा, तब यात्रियों और वाहन चालकों को घाट सेक्शन के ऊंचे-नीचे और घुमावदार मार्ग से नहीं जाना होगा। फोर लेन रोड से वहां का सफर ज्यादा सुरक्षित और आसान हो जाएगा। इस काम पर 323 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं।
पहले भी उलझ चुका है प्रोजेक्ट
पहले भी इंदौर-गुजरात बॉर्डर फोर लेन प्रोजेक्ट उलझ चुका है। नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ने 2011 में इस प्रोजेक्ट का काम शुरू करवाया था, लेकिन आर्थिक परेशानियों के कारण कंपनी प्रोजेक्ट का काम पूरा नहीं कर पाई। बाद में कंपनी ने बैंक से अतिरिक्त लोन लेकर 2018 में प्रोजेक्ट पूरा किया, लेकिन तब जमीन नहीं मिलने से माछलिया घाट और खरमोर अभ्यारण्य वाला हिस्सा चौड़ा होने से रह गया था। वही काम 2021-22 में फिर शुरू करवाया गया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved