नई दिल्ली । आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ अपने अभियान को मजबूत करते हुए इंटेलीजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau, IB) देश में 825 स्थानों पर अपना तंत्र विकसित करेगा। आइबी देश में आंतरिक खुफियागीरी, आंतरिक सुरक्षा और अन्य देशों के खुफिया तंत्र का पर्दाफाश करने जैसे कार्य करती है। एजेंसी (Intelligence Bureau, IB) ने जिला स्तर तक मल्टी एजेंसी सेंटर (IB’s Multi-Agency Centre, MAC) विकसित किए हैं। इस समय देश में कुल 374 स्थानों पर ये सेंटर कार्य कर रहे हैं। ये सेंटर 2001 में कारगिल संघर्ष के बाद स्थापित किए गए थे।
इन केंद्रों में आतंकवाद (Terrorism) से संबंधित सूचनाओं का संकलन और विश्लेषण होता है। इन सेंटरों को 475 जिलों तक फैलाने की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। यह कार्य राज्य के पुलिस प्रमुखों की सलाह से किया गया है। कुछ प्रमुख जिलों में एक से ज्यादा सेंटर भी कार्य करेंगे। आतंकवाद के खिलाफ अभियान के तहत देश में कुल 825 स्थानों पर ये सेंटर स्थापित करने की रूपरेखा बन चुकी है। यह जानकारी गृह मंत्रालय की संसदीय समिति (Parliamentary Standing Committee) के पास आई जानकारी से प्रकाश में आई है। इस समिति के अध्यक्ष कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य आनंद शर्मा हैं।
प्रत्येक जिले का संपर्क अपने प्रदेश की राजधानी में बने बड़े सेंटर से होगा और उन बड़े सेंटरों का संपर्क दिल्ली में बने मुख्यालय से होगा। दिल्ली का मुख्य सेंटर 25 केंद्रीय एजेंसियों से जुड़ा होगा, जो आतंकवाद और अन्य संगठित अपराध पर कार्य कर रही हैं। राज्य पुलिस की विशेष शाखा भी इस मुख्य केंद्र के संपर्क में होगी। इसका तैयार होने वाला डाटा बैंक नेशनल मेमोरी बैंक (एनएमबी) कहलाएगा। इस मेमोरी बैंक को आइबी का टेक्निकल स्टाफ तैयार करेगा और वही इसके रखरखाव के लिए जिम्मेदार होगा।
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