इंदौर। एम.वाय. अस्पताल में प्रथम मंजिल पर स्थित ी रोग विभाग के एमटीएच में शिफ्ट होते ही चार करोड़ से बनाए जा रहे आपरेशन थियेटर में 15 दिन का काम शेष बचा है। इसके बाद न केवल गहन चिकित्सा इकाई का काम शुरू हो जाएगा, वहीं 30 बेड का सर्जिकल आईसीयू वार्ड भी मरीजों को उपलब्ध हो सकेगा।
महाराजा यशवंतराव होलकर अस्पताल की पहली मंजिल पर माड्यूलर आपरेशन थियेटर 15 दिनो में तैयार हो जाएंगे। निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। छोटे-मोटे काम पूरे होने के बाद जल्द ही मरीजों के आपरेशन के लिए आपरेशन थियेटर इस्तेमाल किये जाने लगेंगे। चार करोड़ की लागत से प्रथम मंजिल स्थित ी रोग विभाग को आपरेशन थियेटरों में तब्दील किया जा रहा है। हालांकि 2019 में इसकी प्लानिंग कर ली गई थी, लेकिन कोरोना के चलते तीन साल से काम अटका पड़ा हुआ था। कोरोना काल में ी रोग विभाग को एम.वाय. एच. के एमटीएच में शिफ्ट नहीं किया जा सके, जिसके चलते काम में देरी हुई। अब हास्पिटल प्रबंधन ने पहली मंजिल स्थित विभाग को शिफ्ट कर दिया है।
पहली मंजिल पूरी खाली कराई, किया निर्माण
प्रथम मंजिल पर निर्माण कार्य कराने के लिए उसे पूरी तरह से खाली कराया गया और उस पर प्लानिंग कर माड्यूलर ओटी बनाने का काम शुरू हुआ। यहां माड्यूलर ओटी के साथ साथ तीस बेड का वार्ड भी तैयार किया जा रहा है, जिसमें आपरेशन के बाद गंभीर अवस्था के मरीजों को रखा जाएगा। इस तल पर सिर्फ आपरेशन के बाद रिकवरी कर रहे मरीजों को ही भर्ती किया जाएगा, ताकि गंभीर अवस्था में उन्हें तुरंत गहन चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सके, जिसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने विशेषज्ञों की टीम का भी चुनाव कर लिया है।
बच्चों की सर्जरी भी हो सकेगी
ज्ञात हो कि एम.वाय. अस्पताल में संचालित किए जा रहे आपरेशन थियेटरों में सभी तरह की सर्जरी की जाती है, लेकिन अब अत्याधुनिक स्तर की इस माड्यूलर ओटी में नई तकनीक से कुछ सर्जरी की जाएंगी। इस ओटी के बनने से जहां पीडियाट्रिक व अन्य संबंधित विभाग की सर्जरी हो सकेंगी, जो अब तक आधुनिक मशीनें नहीं होने के कारण नहीं हो पा रही थीं।
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