नई दिल्ली. पंजाब (Punjab) के लुधियाना कोर्ट परिसर में हुए बम धमाके में हाई ग्रेड एक्सप्लोसिव इस्तेमाल होने की जानकारी सामने आ रही है. फॉरेंसिंक और बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वॉड (bomb disposal squad) को हाई ग्रेड एक्सप्लोसिव मिला है. इसके अलावा एक अहम जानकारी ये भी सामने आई है कि पंजाब में आतंकी हमले होने को लेकर तीन बार खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था. बावजूद इसके हुए धमाके ने सुरक्षा पर सवाल उठा दिए हैं.
बताया जा रहा है कि खुफिया एजेंसियों ने तीन बार आतंकी हमला (terrorist attack) होने का अलर्ट जारी किया था. पहला अलर्ट 9 जुलाई को जारी किया था. उसके बाद 7 दिसंबर और 23 दिसंबर को भी अलर्ट दिया गया था. गुरुवार यानी 23 दिसंबर को ही कोर्ट (court) में धमाका हुआ. खुफिया विभाग ने अलर्ट दिया था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और खालिस्तानी ग्रुप संवेदनशील इमारतों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों को निशाना बना सकते हैं. अलर्ट में IED इस्तेमाल होने का अंदेशा भी जताया गया था.
सूत्रों का कहना है कि फॉरेंसिंक और बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वाड टीम को शुरुआती जांच में पता चला है कि इस धमाके में हाई ग्रेड एक्सप्लोसिव का इस्तेमाल हुआ है. हाई ग्रेड एक्सप्लोसिव आमतौर पर PETN या RDX होता है. हालांकि, अभी तक ये नहीं पता चला है कि ये PETN है या RDX. सूत्रों का कहना है कि मौके से मिले बम की जांच की जा रही है, जिसके बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है.
कोर्ट परिसर की दूसरी मंजिल पर बनी टॉयलेट में दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर जोरदार धमाका हुआ था. इस धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई है. माना जा रहा है कि जिस व्यक्ति की मौत हुई है, वही इस धमाके को करने वाला था. शक है कि युवक टॉयलेट में बम असेंबल कर रहा होगा, तभी ये धमाका हो गया और उसकी मौत हो गई. धमाके में युवक के शव के चिथड़े उड़ गए हैं, इसलिए उसकी पहचान होना मुश्किल हो गया है. इस धमाके में 5 लोग जख्मी हुए थे.
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