नई दिल्ली। कर्म ही पूजा है, ये महज एक कहावत नहीं बल्कि सच्चाई है. मनुष्य वर्ण से नहीं बल्कि अपने कर्मों से महान बनता है. मनुष्य (Human) के कर्म ही उसकी दशा और दिशा तय करते हैं. अच्छे-बुरे कर्मों का फल सिर्फ वर्तमान ही बल्कि अगले जन्म में भी मिलता है. आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने उन चीजों का जिक्र किया है जो कभी सामान्य तप से प्राप्त नहीं हो सकते है. इन्हें पाने वाला व्यक्ति कठिन तपस्या से होकर गुजरता है. चाणक्य ने बताया है कि जिनके पास ये 4 चीजें होती हैं वह किस्मत के धनी (rich in luck) कहलाते हैं. आइए जानते हैं क्या हैं ये परम सुख.
गुणवान जीवनसाथी
जीवन में समझदार और गुणवान जीवनासाथी (Wise and Qualified Spouse) का परम सुख सबके हिस्से नहीं होता. यह सुख व्यक्ति के पिछले जन्म के अच्छे कर्मों के आधार पर ही प्राप्त होता है. जिन लोगों के पास गुणी लाइफ पार्टनर होता है वह भाग्यशाली (lucky) कहलाते हैं. चाणक्य बताते हैं कि स्त्री का सम्मान, करने वाले, उनके हर सुख-दुख में साथ निभाने वाले हर जन्म में पुण्य फल पाते हैं.
धन का उपयोग
धन के बिना जीवन मुश्किल है, इसलिए पैसा तो सबके पास होना चाहिए. किसी के पास कम तो किसी के पास ज्यादा लेकिन धन का सही उपयोग करने की कला हर मनुष्य में नहीं होती. पैसों का सही इस्तेमाल करने का गुण उन्हीं को मिलता है जो इसकी कीमत समझते हैं, जिन्होंने लक्ष्मी का कभी निरादर न किया हो. पैसों का सही मैनेजमेंट करने की जानकारी नहीं होगी तो जीवनभर लक्ष्मी पाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा.
दान का भाव
सच्चे मन से किया दान गरीब को भी धनवान (wealthy) बना देता है. चाणक्य ने कहा है कि जिनके पास दान करने की भावना होती है वह जीवन में सदा तरक्की करते हैं. इन्हें हर कदम पर सौभाग्य प्राप्त होता है.
पचाने की क्षमता
चाणक्य बताते हैं कि जिन्हें अच्छा खाने के साथ उसे पचाने की शक्ति मिली हो वह बहुत भाग्यशाली कहलाते हैं. चाहे कितना ही अच्छा भोजन क्यों कर लो अगर उसे पचा नहीं पाओगे तो शरीर बर्बाद होने लगेगा, बीमारियां घेर लेंगी.
नोट– उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के लिए है हम इसकी जांच का दावा नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहले सबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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