जबलपुर। समरस भारत-समर्थ भारत के लिये सब सबको जाने-सब सबको माने, एक अभियान के अंतर्गत समरसता सेवा संगठन द्वारा भगवान दत्तात्रेय जी के अवतरण दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि पं ब्रजेश दीक्षित, डॉ आंनद सिंह राणा, संदीप जैन की उपस्थिति में विचार गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन रानी दुर्गावती कला वीथिका में किया गया। विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ आंनद सिंह राणा ने कहा पश्चिमी देशों के विज्ञान और धर्म को साथ में नहीं जोड़ा जाता परंतु सनातन धर्म में धर्म और विज्ञान को साथ ही माना जाता है और धर्म और विज्ञान के ज्ञान को एक साथ लेकर चलने का जो ज्ञान हमे मिला वह भगवान दत्तात्रेय ने हमे दिया जिनका आज अवतरण दिवस है। मुख्य अतिथि पं ब्रजेश दीक्षित ने कहा सनातन धर्म के तीन गुण है जिन्हे हम सतोगुण, रजोगुण और तमोगुण के नाम से जानते है और इन तीनो गुणों के देव के रूप में भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान शिव माना जाता है और इनका एक रूप भगवान दत्तात्रेय के रूप में हम पूजते है। कार्यक्रम में संगठन वक्ता के रूप में मनोज सेठ ने उनके जीवन काल पर विचार व्यक्त किए।
इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम के दूसरे चरण में सुरभी मुले, शिल्पा तम्हाने, किशोर तम्हाने, प्रांजलि दीदाहटे, उदय बेडेकर, अजय जयंत बहरे, चिन्मय जोशी, हर्षल पुणतांबेकर, राकेश ताम्हनकर, वि_ल बेस, विद्वेष भापकर, अभय गोरे, विजय भावे, शरद आठले, हेमंत पोहरकर का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजेश ठाकुर एवं आभार शरद ताम्रकार ने व्यक्त किया। इस मौके पर शरदचंद्र पालन, गंगाचरण मिश्रा, सुरेंद्र राठौर, डॉ यतीश जैन, रामबाबू विश्वकर्मा, आलोक पाठक, संतोष राठौर, ओंकार रजक, संजय गोस्वामी आदि उपस्थित रहे।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved