उज्जैन। शहर की होटलों में अभी भी लूटमार जारी है। निगम आयुक्त के निर्देश के बाद अब तक होटल मालिकों ने होटल में रेट लिस्ट भी नहीं लगाई और फायर एनओसी भी नहीं ली है। निगमायुक्त रोशन कुमार सिंह ने करीब डेढ़ माह पूर्व महाकाल क्षेत्र की यात्रियों के ठहरने वाली होटलों का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने सभी होटल मालिकों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि सभी अपने होटल के रिसेप्शन पर रूम की रेट लिस्ट लगाएं और उतना ही रुपया ले। निरीक्षण के दौरान एक भी होटल में रिसेप्शन पर रेट लिस्ट नहीं मिली। इस पर 15 दिन में रेट लिस्ट लगाने को कहा था लेकिन शहर की किसी भी होटल में रेट लिस्ट नहीं लगाई गई है और नगर निगम भी निर्देश देकर लंबी नींद में सो गया है। अभी तक किसी भी अधिकारी ने फिर से इनको चेक करने की जहमत नहीं उठाई है।
ऐसे में होटल संचालक मनमाने रेट बाहरी यात्रियों से वसूल रहे हैं और आगामी 4 जुलाई से श्रावण मास शुरू होने वाला है और स्थिति यह है कि अभी से उज्जैन की होटलों में रूम नहीं मिल रहे हैं और मिल भी रहे हैं तो उनके मनमाने रेट होटल संचालक वसूल रहे हैं। ऐसे में निगमायुक्त को चाहिए कि वह कार्रवाई करे और तत्काल सभी होटल संचालकों को रेट लिस्ट लगाने के लिए निर्देशित करें। नहीं तो पूरे श्रावण मास इस प्रकार की लूटमार चलती रहेगी। इसके अलावा निगमायुक्त ने सभी को फायर एनओसी लेने के लिए 1 महीने का समय दिया था, अब 2 माह बीतने को है अभी भी इन बहुमंजिला होटलों ने फायर एनओसी नहीं ली है, ऐसे में यदि कोई हादसा हुआ तो बड़ी जनहानि हो सकती है। उल्लेखनीय है कि शहर में 300 से अधिक बहुमंजिला होटले हैं और महाकाल लोक बनने के बाद महाकाल मंदिर के आसपास के 2 किलोमीटर के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नई होटल भी तैयार हो रही है। शहर में आवास को होटल में तब्दील कर रहे हैं।
सील की जाएगी होटलें
निगमायुक्त रोशन कुमार सिंह से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि होटल संचालकों को दिया गया समय अब का पूरा हो गया है। अब सीधे होटलों का निरीक्षण किया जाएगा और जिन्होंने रेट लिस्ट नहीं लगाई और फायर एनओसी नहीं ली है, ऐसे होटलों को सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
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