इन्दौर (Indore)। भले ही जिला प्रशासन (district administration) ने स्पष्ट कर दिया हो कि लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) के लिए न तो मूल निवासी और न ही आय प्रमाण पत्र (I Certificate) की आवश्यकता है, फिर भी महिलाओं में भ्रम की स्थिति है और इसी का फायदा अब कियोस्क सेंटर वाले उठा रहे हैं। वे एक-एक महिला से साढ़े तीन सौ रुपए तक वसूल रहे हैं।
पिछले एक सप्ताह से कलेक्टर कार्यालय में मूल निवासी और आय प्रमाण पत्र के लिए महिलाओं की भीड़ लग रही थी, ताकि लाडली बहना योजना के आवेदन फार्म के साथ वह लगाया जा सके। कलेक्टर कार्यालय स्थित समाधान केन्द्र के आंकड़ों के मुताबिक पहले एक दिन में औसतन 200 आवेदन फार्म आते थे, लेकिन जब से इस योजना के बारे में लोगों को जानकारी लगी है, तब से साढ़े आठ सौ से अधिक आवेदन रोज आ रहे हैं। हालांकि कल भी एक हजार महिलाएं आवेदन करने पहुंच गईं। इसके अलावा कुछ एमपी ऑनलाइन और कॉमन सर्विस सेंटर वाले आवेदन फार्म भरने के नाम पर साढ़े तीन सौ रुपए का चार्ज मांग रहे हैं।
हालांकि वे भी केवल आवेदन फारवर्ड ही करते हैं, जबकि कलेक्टर कार्यालय में मात्र 45 रुपए की फीस जमा करना होता है। वैसे कल ही अपर कलेक्टर राजेश राठौर ने स्पष्ट किया कि लाडली बहना योजना के आवेदन के लिए समग्र आईडी और आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है। इसमें केवल आवेदक महिला के पास समग्र आईडी होना चाहिए और उसमें केवायसी होना चाहिए। इसके साथ ही बैंक अकाउंट हो और वह आधार नंबर से लिंक हो। इसके अलावा उन्हें किसी और डाक्यूमेंट की आवश्यकता नहीं होगी। अब इसके बाद अवैध वसूली बंद होने और कलेक्टर कार्यालय पर भीड़ कम होने की संभावना है। योजना कल से लागू होगी।
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