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अग्निवीर योजना के सपोर्ट में आयी कंगना, बोलीं- सेना में कम समय में युवाओं को मिलेगा बड़ा फायदा

नई दिल्‍ली (New Delhi) । सैनिकों (Soldier) की अल्पकालिक भर्ती के लिए देश में शुरू हुई ‘अग्निवीर योजना’ (Agniveer Scheme) को लेकर कांग्रेस (Congress) के विरोध और इस पर चल रही बहस के बीच मंडी से लोकसभा सांसद व अभिनेत्री कंगना रनौत (Lok Sabha MP and actress Kangana Ranaut) ने इस योजना का बचाव किया है। उनका कहना है कि सेना में कम समय के लिए भी सेवा करने से युवाओं को अपने व्यक्तित्व और चरित्र को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। साथ ही कंगना ने कहा कि काश उन्हें भी बड़े होने के दौरान ऐसा कोई मौका मिला होता।

इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कंगना ने लिखा, ‘मैं भी एक छोटे से गांव से आती हूं, हमारे जैसे लोग जो ग्रामीण क्षेत्रों और सरकारी हिंदी मीडियम स्कूलों से आते हैं, के सामने आत्मविश्वास की कमी और खुद को अच्छे से प्रस्तुत करने की बड़ी चुनौतियां रहती हैं। सेना में थोड़े समय के लिए भी सेवा करने से ना केवल आपका विकास होगा, बल्कि शिष्टाचार और अनुशासन के साथ आपको एक व्यक्तित्व और चरित्र (राष्ट्रवादी और समावेशी जीवन मूल्यों के साथ) भी मिलेगा। साथ ही अगर आप सैनिक बनना चाहते हैं तो एक अवसर भी मिलेगा।’


कंगना ने आगे लिखा, ‘दुनिया को जीतने के लिए आपको और क्या चाहिए? और आपको इस सारी ट्रेनिंग के लिए पैसे भी मिलते हैं, सोचिए।’ उन्होंने लिखा, ‘काश बड़े होने के दौरान मुझे भी ऐसी सुविधाएं मिली होतीं। एक सैनिक बनने के लिए मुझे खुद को मानसिक रूप से, भावनात्मक रूप से और शारीरिक रूप से खुद को तैयार करना पड़ता। #अग्निवीर योजना

कंगना बोलीं- कोई काम छोटा नहीं होता
उनकी इस पोस्ट के जवाब में जब एक यूजर ने पूछा कि ‘और चार साल बाद आप हमारे तथाकथित सैनिकों को अपने घर के गेट पर गार्ड के तौर पर रखेंगे?’

जवाब देते हुए कंगना ने लिखा, ‘सरकारी सुरक्षा बलों जैसे कि CRPF, BSF में उनके लिए आरक्षण की व्यवस्था है और निजी गार्ड होने में क्या बुराई है? वे सम्मान और ईमानदारी से अपना जीवनयापन करते हैं, उन्हें सिर्फ इसलिए अपमानित करना बंद करें क्योंकि आपको लगता है कि वे गैरजरूरी हैं। अगर आज यूनिवर्सिटी टॉपर सड़कों पर डोसा या बिरयानी बेच सकते हैं और अपनी योग्यता के आधार पर धीरे-धीरे अपना व्यवसाय बढ़ाकर हर महीने करोड़ों रुपए कमा सकते हैं तो ऐसे में कोई भी काम छोटा नहीं है, यह आपकी क्षमता पर भी निर्भर करता है, इस आबादी वाले देश में प्रतिस्पर्धा के लिए भी तैयार रहना पड़ता है, हां एक निजी गार्ड बनना या अपनी खुद की सुरक्षा कंपनी शुरू करना भी एक विकल्प है और यह एक बढ़िया विकल्प है।’

कंगना ने कहा- महत्वाकांक्षा और रोजगार अलग-अलग
कंगना के इस जवाब की तारीफ करते हुए एक यूजर ने लिखा, ‘बहुत सही कहा, यकीनन कोई काम छोटा नहीं होता। मैं न्यूजीलैंड में रहता हूं और मैंने पहली नौकरी होटल में बर्तन धोने से शुरू की थी, और अब मेरे पास दो घर और 15 लाख डॉलर की सम्पत्ति है। साथ ही मैं भारत में अपने परिवार की आर्थिक मदद भी करता हूं। कोई भी काम छोटा नहीं होता, घर पर बैठने के बजाय कुछ भी शुरू करो।’

इस यूजर को जवाब देते हुए कंगना ने लिखा, ‘यह बहुत बढ़िया है, मैंने भी छोटी विज्ञापन फिल्मों में एक्स्ट्रा के रूप में रोल करते हुए शुरुआत की और फिर छोटी फिल्मों और सहयोगी भूमिकाएं भी कीं। महत्वाकांक्षा और रोजगार अलग-अलग हैं। अगर आप सिर्फ रोजगार ढूंढ रहे हैं, तो हां आप सरकारी नौकरी से इसे प्राप्त कर सकते हैं, इस आधार पर कि आप कितने उपयोगी हैं और हां इसके बदले में आपको कुछ वेतन भी मिलेगा। लेकिन अगर आप करोड़पति/अरबपति बनना चाहते हैं तो आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और अपनी महत्वाकांक्षाओं और सपनों के लिए जिम्मेदारियां उठानी पड़ेंगी और इसे खुद के लिए हासिल करना होगा, मैं जानती थी कि मैं क्या करना चाहती हूं, मैंने कभी सरकारी नौकरी के लिए कोशिश नहीं की।’

कांग्रेस कर रही अग्निवीर योजना का विरोध
बता दें कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत अन्य कई राजनीतिक दल इस ‘अग्निवीर योजना’ का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि सेना में भेदभाव हो रहा है और स्थायी सैनिकों की तुलना में अग्निवीरों को कम सम्मान, सुविधाएं मिलने के साथ ही शहादत की स्थिति में उन्हें शहीद का दर्जा भी नहीं मिल रहा है और उनके परिजनों को अपेक्षाकृत बहुत कम राशि दी जा रही है।

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