नई दिल्ली । देश में (In the Country) लोकसभा के चुनाव (Lok Sabha Elections) सात चरणों मे होंगे (Will be held in Seven Phases) और नतीजे 4 जून को आएंगे (Results will come on June 4) । चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। लोकसभा के पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 7 मई, चौथे चरण के लिए 13 मई, पांचवे चरण के लिए 20 मई, छठे चरण के लिए 25 मई और सातवें चरण के लिए 1 जून को मतदान होगा । नतीजों की घोषणा 4 जून को होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दोनों चुनाव आयुक्तों – ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ शनिवार को नई दिल्ली में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। चुनाव आयोग द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार इस बार देश में लोकसभा के चुनाव सात चरणों में होंगे। आपको बता दें कि 2019 का पिछला लोकसभा चुनाव भी देश में सात चरणों में ही हुआ था।
चुनाव आयोग की घोषणा के मुताबिक 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होगा, इसमें 102 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 89 लोकसभा की सीटों पर मतदान होगा। 7 मई को तीसरे चरण में 94 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। 13 मई को चौथे चरण में 96 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। पांचवां चरण 20 मई को होगा, इस दिन 49 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। 25 मई को छठे चरण में 57 और 1 जून को सातवें चरण में भी 57 सीटों पर वोटिंग होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, हम देश को वास्तव में उत्सवपूर्ण, लोकतांत्रिक माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं का कार्यकाल भी जून 2024 में समाप्त होने वाला है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने वाले हैं । चुनाव में 2100 पर्यवेक्षक होंगे ।
लोकतंत्र के सबसे पड़े पर्व में इस बार देश भर में 96.8 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे, जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 49.7 करोड़ और महिला मतदाताओं की संख्या 47.1 करोड़ है। इसमें फर्स्ट टाइम वोटर्स की संख्या 1.82 करोड़ है। इस बार यंग वोटर्स में 21 से लेकर 29 साल के वोटर्स के आंकड़े भी शामिल किए गए हैं, जिनमें 19.74 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। इसके साथ ही बुजुर्ग वोटर्स की संख्या भी चुनाव आयोग ने बताई है, जिसमें 85 साल से ज्यादा उम्र के 82 लाख मतदाता हैं। वहीं, 100 साल की उम्र से ज्यादा 2.18 लाख मतदाता हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया है कि इस बार ट्रांसजेंडर्स मतदाताओं की संख्या 48 लाख है। 88.4 लाख दिव्यांग मतदाता हैं। इसके साथ ही 2.18 लाख सर्विस इलेक्टर्स मतदाता हैं। इस बार महिलाओं के भी बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के इस सबसे बड़े पर्व में हिस्सा लेने की उम्मीद है। 18 से 19 साल की महिला वोटर्स की संख्या इस बार 85.3 लाख है। इसके साथ ही देशभर के 12 राज्य ऐसे हैं, जहां पर महिला वोटर्स का अनुपात पुरुषों के मुकाबले 1,000 हजार से ज्यादा है।
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