इंदौर। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections) में इस बार इंदौर (Indore) का नजारा कुछ अलग ही नजर आ रहा था। सुबह-सुबह कुछ मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें (long queues) नजर आईं तो कुछ मतदान केंद्र सूने (somewhere silence) पड़े थे। गर्मी के चलते सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं का आना शुरू हो गया। बुजुर्गों और पहली बार मतदान कर रहे मतदाताओं में वोटिंग को लेकर अच्छा खासा उत्साह देखने को मिला।
सुबह सात बजे से शुरू हुई मतदान की प्रक्रिया में जूनी इंदौर क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कम भीड़ देखने को मिली। अधिकारी बीएलओ के माध्यम से घर-घर जाकर मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए जहां प्रोत्साहित करते नजर आए, वहीं इंदौर पांच व सांवेर विधानसभा में लंबी-लंबी लाइनें देखी गईं। सुबह पांच बजे मॉकपोल किए जाने की प्रक्रिया के बाद एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव संपन्न कराने के लिए भिड़े नजर आए। सबसे अधिक 14 मतदान केंद्रों वाले सरकारी हिन्दी मीडियम स्कूल में सभी बूथों पर लंबी लाइनें देखी गईं। सांवेर के अधिकारियों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में मताधिकार के उपयोग को लेकर ग्रामीणजन काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। सबसे ज्यादा खेती-किसानी करने वाले मतदाता कतार में दिख रहे हैं।
बीएलओ पहुंचे दरवाजा खटखटाने
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और क्षेत्र में लगाए गए कर्मचारियों ने सुबह नौ बजे के बाद मतदान प्रक्रिया में कमी को देखते हुए मतदाताओं को जागरूक करने की शुरुआत की। क्षेत्र के गली-मोहल्लों में पहुंचकर दरवाजे खटखटाए गए। मतदाताओं को जागरूक किया गया कि जल्द से जल्द मतदान करें। हालांकि जहां प्रशासन गर्मी के चलते मतदाताओं के केंद्र पर पहुंचने को लेकर आशंकित नजर आ रहा था, वहीं आज मौसम ने करवट ली और प्रशासन के फेवर में बादलों के छाए रहने के कारण ठंडक बनी हुई है। ऐसे मौसम में अब प्रशासन मतदाताओं के घर से निकलने को लेकर आशान्वित नजर आ रहा है।
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