नई दिल्ली: आम चुनाव (Lok Sabha Elections) के तुरंत बाद ग्लोबल डिप्लोमेसी (Global Diplomacy) का दौर शुरू हो सकता है। इसका असर नई सरकार के गठन की तारीख पर भी दिख सकता है। सूत्रों के अनुसार अगर नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अगुआई में NDA चुनाव में जीत हासिल करता है तो 4 जून के तुरंत बाद शपथ ग्रहण और मंत्रिमंडल (Cabinet) का गठन हो सकता है।
दरअसल, 12 जून से 17 जून के बीच देश के पीएम को दो बड़े ग्लोबल इवेंट में भाग लेना है। 13 जून से 15 जून के बीच इटली में G7 समिट होना है। अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड, इटली, जर्मनी, जापान और कनाडा वाले G7 में भाग लेने के लिए मेजबान इटली ने भारत को बतौर विशेष प्रतिनिधि आमंत्रित किया है। ऐसे में भारत ऐसे अहम ग्लोबल मंच पर भागीदारी से परहेज करना नहीं चाहेगा। इसके तुरंत बाद 16 जून से स्विटजरलैंड में रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच शांति की पहल को लेकर एक बड़ी ग्लोबल मीटिंग प्रस्तावित है। भारत को इसमें भी भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। सूत्रों के अनुसार भारत इसमें भाग लेने को इच्छुक भी है। कुल मिलाकर, 12 जून से एक हफ्ते से अधिक के सक्रिय ग्लोबल इवेंट को देखते हुए 4 जून को चुनाव परिणाम सामने आने के बाद नई सरकार के गठन में तेजी देखने को मिल सकती है।
पिछली बार 2019 में 23 मई को चुनाव परिणाम आया था और नरेंद्र मोदी की अगुआई में सरकार ने परिणाम के एक हफ्ते के बाद 30 मई को शपथ ली थी। उससे पहले 2014 में 16 मई को चुनाव परिणाम आया था और उसी महीने 10 दिन बाद 26 मई को पहली बार नरेन्द्र मोदी ने पीएम पद की शपथ ली थी। इस बार सात चरणों का चुनाव 1 जून को समाप्त हो रहा है और 4 जून को परिणाम आएंगे। जानकारों के अनुसार, ऐसे ग्लोबल समिट में भाग लेने के लिए देश के मुखिया को न्योता मिलता है और चुनाव परिणाम बाद जो भी सरकार बनेगी, जो भी पीएम होगा, वह इन कार्यक्रम में भाग ले सकता है।
दुनिया में भारत की धाक पर सरकार का जोर
दुनिया में भारत का मान-सम्मान मोदी सरकार के पिछले दस वर्षों के कार्यक्रम में अहम थीम रहा है। इस चुनाव में भी बीजेपी सबसे अधिक इसी बात पर फोकस कर रही है। तमाम ओपिनियन पोल और सर्वे में भी यह बात सामने आई है कि लोगों के नरेंद्र मोदी के पक्ष में आने के पीछे यह सबसे अहम फैक्टर बना। नरेंद्र मोदी की अगुआई में बीजेपी ने संदेश देने की कोशिश कि भारत अब एक विश्व गुरु बन गया है जहां उसकी बात को पूरा विश्व सुनता है। ऐसे में अगर नरेंद्र मोदी तीसरे टर्म में भी आते हैं तो वह इस फैक्टर को और मजबूत करना चाहेंगे। इसकी शुरुआत सरकार के पहले दिन से दिख सकती है, हालांकि इससे पहले 4 जून को चुनाव परिणाम का इंतजार करना होगा।
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