नई दिल्ली (New Dehli)। लोकसभा चुनाव 2024(lok sabha election 2024) के लिए भाजपा ने आज 195 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी (List of candidates released)कर दी है। काफी चर्चा थी कि बॉलीवुड एक्टर (bollywood actor)और दिल्ली का मुंडा अक्षय कुमार दिल्ली (Akshay Kumar Delhi)में चांदनी चौक लोकसभा सीट से उम्मीदवार हो सकते हैं, लेकिन यह सच साबित नहीं हुई। अक्षय कुमार का घर चांदनी चौक इलाके में ही है, इसलिए भी उनकों यहां से उतारने की चर्चा जोरों पर थी। बीजेपी की पहली लिस्ट में बॉलीवुड से हेमा मालिनी एकमात्र चेहरा हैं, जबकि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से चार एक्टर्स को टिकट मिला है। मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ पहले से बीजेपी के सांसद हैं। इस बार भोजपुरी फिल्म जगत का एक और बड़ा चेहरा पवन सिंह भी लोकसभा उम्मीदवार बनकरमैदान में उतर गए हैं।
बंगाल मेरे खून में: पवन सिंह
पवन सिंह को भाजपा ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से उम्मीदवार बनाया है। यहां से फिलहाल बॉलीवु के अभिनेता और बिहार के ही रहने वाले शत्रुघ्न सिन्हा तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं। इस सीट पर 2019 में सिंगर बाबुल सुप्रियो भाजपा के टिकट पर जीते थे, लेकिन वह बाद में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए और फिर 2021 के उप चुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा लोकसभा पहुंचे। अगर तृणमूल कांग्रेस फिर शत्रुघ्न सिन्ह को यहां टिकट देती है तो आसनसोल में बिहार के दो लालों का मुकाबला देखने को मिलेगा। टिकट मिलने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा से संभावित मुकाबले के सवाल पर पवन सिंह ने कहा कि मैं उनको देख-देखकर बड़ा हुआ हूं, लेकिन हम दोनों की विचारधार अब अलग है। पवन सिन्हा ने कहा कि मेरे पिता बंगाल में ही काम करते थे और मेरा जन्म भी वहीं हुआ था, तो मेरे खून में बंगाल है।
तीन सांसद पहले से थे
चारों भोजपुरी एक्टरों में मनोज तिवारी सबसे लंबे समय से भाजपा से जुड़े हैं। मनोज तिवारी पहले समाजवादी पार्टी से जुड़े थे और 2009 का चुनाव उन्होंने गोरखपुर से उसी के टिकट पर लड़ा लेकिन उन्हें हार मिली। इसके बाद वह 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में आए और लगातार दो बार दिल्ली से सांसद बने। भाजपा ने उन्हें तीसरी बार भी उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से ही उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, इस बार चर्चा थी कि पार्टी उन्हें बिहार के बक्सर से पार्टी उम्मीदवार बना सकती है। रवि किशन कांग्रेस के रास्ते भाजपा में आए थे। 2014 में वह कांग्रेस के टिकट पर जौनपुर से मैदान में थे, लेकिन बुरी तरह से हार मिली। इसके बाद 2019 में उन्होंने भाजपा का रुख कर लिया और गोरखपुर से सांसद बने। दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को भाजपा ने एक बार फिर आजमगढ़ से उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, निरहुआ ने पिछले दिनों यह कहकर अटकलों को हवा दे दी थी कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अगर आजमगढ़ से चुनाव नहीं लड़ेंगे तो मैं पार्टी से मांग करूंगा कि वह जहां से भी चुनाव लड़ें मुझे भी वहीं से टिकट दिया जाए।
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