महिदपुर। शनिवार को नगर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ जिसमें विभिन्न मामलों का निराकरण किया गया तथा नगर निगम, बिजली विभाग सहित सभी बैंकों की अदालतें लगाई गईं। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकारण प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेन्द्र कुमार वाणी के निर्देशानुसार शनिवार को तहसील न्यायिक स्थापना में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन प्रात: 10.30 बजे न्यायालय परिसर में अध्यक्ष, तहसील विधिक सेवा प्राधिकरण साबिर अहमद खान द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। उद्घाटन समारोह में न्यायाधीश चेतन बजाड़, आकाश शर्मा व श्रीमती आयुषी शर्मा, अध्यक्ष अभिभाषक संघ संजय जोशी, अभिभाषक संघ कार्यकारणी के सदस्य, वरिष्ठ एवं कनिष्ठ अधिवक्तागण, न्यायालयीन कर्मचारीगण, बीमा कंपनी के अधिवक्ता, विद्युत विभाग के कार्यपालन यंत्री एवं अन्य कर्मचारीगण, समस्त बैंकों के प्रतिनिधित्वकर्ता एवं पक्षकार उपस्थित रहे।
उद्घाटन समारोह में द्वितीय जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा प्राधिकरण साबिर अहमद खान ने अपने संबोधन में नेशनल लोक अदालत में समझौता द्वारा प्रकरण का निराकरण करवाने से होने वाले लाभ तथा सस्ता, शीघ्र, सुलभ न्याय की अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए प्री-लिटिगेशन प्रकरणों में शासन द्वारा प्रदत्त अधिभार में छूट का लाभ लेने हेतु व्यक्तियों को प्रेरित कर अधिक से अधिक प्रकरणों का निराकरण करवाने हेतु अपील की गई। न्यायालय परिसर में विद्युत विभाग, समस्त बैंकों द्वारा भी प्री-लिटिगेशन प्रकरणों के निराकरण के लिए अपने-अपने काउन्टर लगाये गये। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उज्जैन द्वारा इस न्यायिक स्थापना महिदपुर के न्यायालयों में लंबित राजीनामा योग्य सिविल एवं आपराधिक प्रकरणों एवं प्री-लिटिगेशन प्रकरणों के निराकरण हेतु निम्नानुसार चार खण्डपीठ गठित की गई थी, जिनमें प्रथम खण्डपीठ में पीठासीन अधिकारी साबिर अहमद खान द्वितीय जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश व सदस्य कपिल उपाध्याय अधिवक्ता, द्वितीय खण्डपीठ-पीठासीन अधिकारी आकाश शर्मा व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी व सदस्य दीपक लश्करी अधिवक्ता, तृतीय खण्डपीठ – पीठासीन अधिकारी चेतन बजाड़ व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी व सदस्य संतोष पाटीदार अधिवक्ता तथा चतुर्थ खण्डपीठ – पीठासीन अधिकारी श्रीमती आयुषी शर्मा व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी व सदस्य संतोष पांचाल अधिवक्ता उपस्थित रहे। नेशनल लोक अदालत में न्यायालयों में लंबित तथा प्री-लिटिगेशन प्रकरणों का समझौते के आधार पर निराकरण किया गया, जिसमें विद्युत विभाग द्वारा प्रदाय की जाने वाली छूट का लाभ भी पक्षकारों को प्राप्त हुआ। न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण, कर्मचारीगण एवं पक्षकारों के सक्रिय सहयोग से नेशनल लोक अदालत का आयोजन सफल रहा।
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