भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गाँव और शहर का जन्म-दिन गौरव दिवस के रूप में मनाने की अवधारणा को स्पष्ट करते हुए कहा कि सरकार की योजनाएं स्थानीय जन की सहभागिता के बिना पूरी होना सम्भव नहीं है। इसलिए अब तय किया गया है कि स्थानीय जन की समितियाँ बनाकर सभी सरकारी कामों में सबकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो अन्य व्यवसाय के कारण गाँव और शहर से अन्यत्र चले गए हैं, वे भी एक दिन आएं और मिल-बैठकर अपने शहर तथा गांव के विकास का प्लान बनाएंं। उन्होंने कहा कि अनेक काम में स्थानीय जन भी सहयोग कर सकते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने ग्रामसभा में प्रस्ताव रखा कि जैत में जन्म लेने वाला कोई भी बच्चा अब कुपोषित नहीं होगा। ग्रामीणों की सहमति से तय किया गया कि गाँव में पोषण मटका रखा जाएगा और ग्रामीण यथा-शक्ति अनाज देकर बच्चों के पौष्टिक भोजन का इंतजाम करेंगे। चौहान के सुझाव पर ग्रामसभा ने तय किया कि अब सभी बच्चों की काउंसलिंग के माध्यम से बुद्धि की परीक्षा की जाएगी। होनहार बच्चों की उच्च और उत्कृष्ट शिक्षा में कोई कमी नहीं आएगी।
मुख्यमंत्री के बेटे ने लिया ग्राम को स्वच्छ बनाने का संकल्प
ग्रामसभा में जैत को सबसे स्वच्छ ग्राम बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया। गाँव के बीच जब गीले और सूखे कचरे के लिए डस्टबिन रखने का प्रस्ताव आया तब मुख्यमंत्री के पुत्र कुणाल सिंह चौहान ने अपनी संस्था सुंदर ट्रस्ट की ओर से गाँव में डस्टबिन रखवाने पर सहमति दी। यह भी तय किया गया कि नालियों के गंदे पानी के ट्रीटमेंट के लिए प्लांट बनाया जाएगा और कचरे के निष्पादन के लिए नर्मदा किनारे खाद निर्माण के लिए बड़ा गड्डा बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने घर पर नल से जल योजना के क्रियान्वयन की जानकारी ली और तय किया कि केवट मोहल्ले के शेष घरों में भी शीघ्रता से व्यवस्था की जाएगी।
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