नई दिल्ली: गूगल (Google) ने लोन (Loan) देने वाले ऐप्स (Apps) के लिए बड़ा कदम उठाया है. गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर जो लोन ऐप्स हैं, उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर लोन ऐप से जुड़े हुए पार्टनर बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) का लिंक दिखाना होगा. गूगल ने कहा है कि इस नियम का पालन जो ऐप नहीं करेगा, उसे प्ले स्टोर से हटा दिया जाएगा. गूगल ने यह कदम भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ कई बैठकें करने के बाद उठाया है.
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल के इस कदम से ऐप के जरिए हो रही लोन धोखाधड़ी पर रोक लगेगी. गौरतलब है कि भारत में पिछले कुछ समय से लोन देने वाले ऐप्स की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. साथ ही लोन ऐप्स द्वारा लोन लेने वाले ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करने और उनका उत्पीड़न करने की भी कई घटनाएं सामने आई हैं. गूगल ने 5 सितंबर को अपनी पॉलिसी अपडेट की थी. 19 सितंबर तक लोन ऐप को नई पॉलिसी के अनुसार चेंजेज करने थे.
यह होगा फायदा
इस नियम के लागू होने के बाद जो यूजर्स लोन ऐप के जरिए लोन लेने का इच्छुक होगा, वह उस ऐप के बारे में ज्यादा जानकारी पा सकेगा. ऐसी ऐप के वेबपेज पर संबंधित बैंक या NBFC के लिंक दिखेंगे. लाइव लिंक से यूजर को पता चल जाएगा कि ऐप को किसी बैंक या एनबीएफसी ने मंजूरी लोन देने की मंजूरी है या ऐप का उनके साथ टाई-अप किया है.
लोन ऐप्स पर सरकार सख्त
लोन ऐप्स से धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार ने भी अब सख्त रुख अपनाया है. फर्जी ऐप्स हो प्ले स्टोर से हटाने के लिए गूगल के साथ सरकार ने लगातार चर्चा की है. गूगल का कहना है कि वह इस मुद्दे को हल करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों और उद्योग निकायों के साथ लगातार संवाद कर रही है. साथ ही गूगल ने कहा कि उसके प्लेटफार्म पर मौजूद सभी लोन ऐप्स को रीपेमेंट टाइम, ब्याज दर और लोन से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां अपने प्लेटफार्म पर उपलब्ध करानी चाहिए.
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