इंदौर। फूटी कोठी फ्लायओवर लगभग बनकर तैयार हो गया है और इसकी सफल लोड टेस्टिंग भी प्राधिकरण ने कर ली। 252 टन लोड इस ओवरब्रिज पर रखा गया और 4 से 5 दिन तक यह प्रक्रियाचली। इसके साथ ही खजराना फ्लायओवर की एक भुजा भी तैयार है। हालांकि आज मुख्यमंत्री से वर्चुअली लोकार्पण के प्रयास भी किए गए। मगर संभवत: पितृ पक्ष के चलते यह आयोजन नहीं हो पा रहा है और उसके बाद नवरात्रि में लोकार्पण के साथ इस पर से यातायात शुरू किया जाएगा। 45 मीटर स्पॉन में यह लोड टेस्टिंग की गई है।
शहर के प्रमुख चार चौराहों पर प्राधिकरण द्वारा फ्लायओवरों का निर्माण करवाया जा रहा है और इन सभी से यातायात इसी साल नवम्बर-दिसम्बर तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। यहां तक कि जो धार्मिक स्थल की बाधा थी वह भी दो फ्लायओवरों की पिछले दिनों दूर कर ली गई, जिसमें कलेक्टर आशीष सिंह की भी विशेष मेहनत रही। लवकुश चौराहा के साथ ही खजराना चौराहा की दूसरी भुजा में बाधक मंदिर को शिफ्ट कर लिया गया, जिसके चलते अब बचे हुए कार्य भी इन दोनों फ्लायओवर पर तेजी से शुरू हो जाएंगे। आरपी अहिरवार का कहना है कि फूटी कोठी फ्लायओवर तो लगभग तैयार हो गया है, सिर्फ फिनिशिंग के कुछ काम बचे हैं। अभी बीते तीन-चार दिनों से लोड टेस्टिंग की प्रक्रिया चल रही थी, जो पूरी हो गई थी। लगभग 252 टन का लोड रखकर फ्लायओवर की मजबूती जांची गई, जो कि सफल भी साबित हुई। दरअसल, फूटी कोठी ओवरब्रिज फ्लायओवर को लगभग तैयार हो गया है और बीते कुछ दिनों से खजराना फ्लायओवर की एक भुजा भी यातायात के लिए तैयार है। मगर इसके लोकार्पण के कारण शुरू नहीं किया जा सका।
आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दोपहर को इंदौर आ रहे हैं और रात तक वे कई आयोजनों में सामिल होंगे। पहले यह प्रयास किए जा रहे थे कि इन दोनों फ्लायओवरों का लोकार्पण भी वर्चुअली सीएम तक करवा लिया जाए और कल रात तथा सुबह तक अधिकारी इन तैयारियों में जुटे भी रहे। मगर सूत्रों का कहना है कि चूंकि अभी पितृ पक्ष चल रहा है इसलिए मुख्यमंत्री ने वर्चुअली लोकार्पण की मंजूरी अभी नहीं दी है। हालांकि प्राधिकरण ने कल निमंत्रण पत्र भी लोकार्पण के संबंध में तैयार करा लिए और साथ ही मौके पर ही तैयारी कर ली। मगर उम्मीद कम ही है कि मुख्यमंत्री वर्चुअल लोकार्पण आज करेंगे। संभव है कि नवरात्रि में इसकी शुरुआत हो। वैसे भी अभी हर हफ्ते मुख्यमंत्री का इंदौर दौरा हो ही रहा है। प्राधिकरण ने लाइटिंग के साथ सभी तैयारियां भी पूरी कर ली है और रोजाना रात को लाइटिंग भी इन दोनों फ्लायओवर पर जलाई जाती है। दूसरी तरफ बीआरटीएस कॉरिडोर पर एलिवेटेड को रद्द किया गया और उसकी जगह नए आधा दर्जन फ्लायओवर बनाए जाना है, उसके सर्वे का जिम्मा भी प्राधिकरण को सौंपा गया है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने इंदौर के विकास कार्यों को लेकर जो बैठक बुलाई थी उसमें चर्चित एलिवेटेड कॉरिडोर को रद्द करने कानिर्णय लिया, क्योंकि उसके निर्माण से यातायात शिफ्ट नहीं हो रहा था, उसकी जगह अब अलग-अलग चौराहों पर फ्लायओवर का निर्णय लिया गया है।
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