भोपाल। मिशन 2023 की तैयारी में जुटी कांग्रेस संगठन से उन नेताओं को बाहर करेगी जो केवल प्रतिष्ठा के लिए पद लेकर पार्टी में बने हुए हैं। यानी अब पार्टी में उन्हीं नेताओं को जगह दी जाएगी जो सक्रिय हैं। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने जिलों के प्रभारियों को निष्क्रिय नेताओं की रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की रणनीति पर जिला प्रभारियों की कदमताल शुरू हो गया है। पिछले एक सप्ताह में 20 से अधिक जिलों में प्रभारियों ने फस्र्ट राउंड की रिपोर्ट तैयार कर ली है। इनमें उन नेताओं की लिस्ट तैयार की गई हैं जो लेटरपैड राजनीति करते हैं। हर जिले में दो से तीन ब्लॉक अध्यक्ष निष्क्रिय पाए गए हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस में लेटरपैड की राजनीति करने वाले नेताओं की भरमार है। ऐसे नेताओं को संगठन से बाहर करने की मांग लंबे समय से उठ रही है। इस पर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने जिला प्रभारियों को निष्क्रिय नेताओं की रिपोर्ट बनाने को कहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार कमलनाथ के निर्देश के बाद प्रभारी पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं। प्रभारियों ने कई जगह मंडलम और सेक्टर प्रभारियों की तैनाती भी कर दी है। पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव में पहले से बेहतर प्रदर्शन रहने पर कांग्रेस उत्साहित है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अब सभी को मिशन 2023 के लिए जुट जाने कहा है । इसको लेकर 25 अगस्त को सभी जिला प्रभारियों और पार्टी विधायकों की बैठक भी हो चुकी है। नाथ ने जिला संगठनों में बदलाव करने तथा अलग से जिला संगठन महामंत्री नियुक्त करने की सलाह दी है। उन्होंने प्रभारियों से जल्द से जल्द रिपोर्ट मांगी है जिससे निष्क्रीय नेताओं की छंटनी करने के बाद नए कार्यकर्ताओं को मौका दिया जा सके।
जिलों के अध्यक्षों को बदलने की तैयारी
कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ अब जिलाध्यक्षों की सर्जरी करने के मूड में दिखाई दे रहा है। जिन नगर निगम और जिला पंचायतों में कांग्रेस का खराब प्रदर्शन रहा है, वहां के अध्यक्षों को पहले दौर में हटाए जाने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। कमलनाथ की निजी टीम ने इसकी रिपोर्ट बनाना शुरू कर दी है। कहा तो यह भी जा रहा है कि इंदौर शहर और जिला अध्यक्ष भी इससे प्रभावित हो सकते हैं। विदेश से लौटने के बाद कमलनाथ 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की सर्जरी करने में लगे हैं। पिछले सप्ताह कई जिलों के संगठन प्रभारियों की रवानगी कर दी थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट पूछ लिया था कि अगर वे 2023 में चुनाव लडऩा चाहते हैं तो प्रभारी पद छोड़ दें। अब बारी जिला और शहर अध्यक्षों की हैं, जिनके रहते स्थानीय निकाय चुनाव में प्रत्याशियों का खराब प्रदर्शन रहा और कांग्रेस के लोगों ने ही अधिकृत प्रत्याशियों के लिए काम नहीं किया तो कइयों ने अपने ही प्रत्याशी को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही जिला और शहर अध्यक्षों की सूची तैयार की जा रही है।
सेक्टर प्रभारियों को नया काम
भोपाल जिले के प्रभारी पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने बताया कि जिले के सभी ब्लॉक अध्यक्ष, सेक्टर और मंडलम् प्रभारियों की बैठक कर ली है। सेक्टर प्रभारियों को नया काम भी दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि जहां सेक्टर और मंडल प्रभारी हैं वहां पन्ना प्रभारी बनाने का काम चल रहा है। जिले में एक-दो ब्लॉक अध्यक्ष निष्क्रिय मिले हैं। नायक ने बताया कि सात दिन में पूरा एक्शन प्लान तैयार कर लेंगे और प्रदेश अध्यक्ष के भोपाल प्रवास के दौरान सौंप देंगे। रीवा जिले के प्रभारी प्रतापभानु शर्मा ने 25 और 26 को दो दिनी बैठक करते हुए सभी तैयारी कर ली हैं । उन्होंने लेटरपैड नेताओं और पदाधिकारियों की लिस्ट बना ली गई है। बैठक में कह भी दिया है कि जो काम नहीं करना चाहता वह पद छोड़ दे । शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट बना ली है। एक-दो ब्लॉक अध्यक्ष बदले जाएंगे। मंडलम का काम पूरा हो गया है। नगर निगम में महापौर का चुनाव जीतने पर कार्यकर्ता उत्साहित हैं।
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