सतीश बतरा, संत नगर। उपनगर, लालघाटी व राजधानी की कुछ शराब दुकानों पर उपभोक्ताओं से खुली लूट की जा रही है। शराब बोतलों पर अंकित एमआरपी रेट से 25 प्रतिशत ज्यादा राशि उपभोक्ताओं से ली जा रही है। यही नहीं उपभोक्ताओं को शराब बिक्री का बिल भी नहीं दिया जा रहा है। बिल मांगने पर शराब ठेका कर्मचारी उपभोक्ताओं से दुव्र्यवहार तक कर लेते हैं। जबकि आबकरी विभाग का आदेश है कि सभी शराब दुकानों पर उनके द्वारा विक्रय की जा रही हर ब्रांड शराब बोतल का मूल्य एक बड़े बोर्ड पर अंकित कर टांगा जाए।
लेकिन शराब ठेकेदारों ने अपनी चतुराई दिखाते हुए एक छोटा सा बोर्ड बनाकर उपभोक्ताओं के पैरों के पास लगा दिया है। उसमें इतने सूक्ष्म अक्षर लिखे हुए हैं कि उपभोक्ता उसे देख ही नहीं पाता है। यह इसलिए किया गया है कि ताकि कोई उपभोक्ता इस बोर्ड का फोटो निकालकर उसमें लिखी एमआरपी रेट पर शराब नहीं मांग ले। कांग्रेस का आरोप है कि उपभोक्ताओं द्वारा जिला आबकारी विभाग एवं जिला प्रशासन से इस संबंध में शिकायतें भी की गई हैं लेकिन ठेकेदार के राजनीतिक प्रभाव व उसके रसूख के आगे प्रशासन तथा आबकारी विभाग भी बेवस दिख रहा है। जबकि राजधानी के आसपास जिलों में एमआरपी रेट से कम मूल्य पर शराब बेची जा रही।
अधिकारियों पर हो कार्रवाई
राजधानी में आबकारी अधिकारियों पर आबकारी आयुक्त के दिशा निर्देशों के पालन करवाने की जिम्मेदारी है। उन पर कार्रवाई की जाए क्योंकि उनकी मिलीभगत से ही शराब ठेकेदार मनमाने रेट पर शराब बेच रहा है।
त्रिलोक दीपानी, प्रवक्ता मध्य प्रदेश कांग्रेस
एमआरपी रेट से ज्यादा मूल्य पर बेचना अपराध
शराब ठेकेदार एमआरपी रेट से ज्यादा मूल्य पर शराब बेचकर आर्थिक अपराध कर रहे हैं। इससे सरकार की साख पर भी असर पड़ेगा जिम्मेदारों को चाहिए कि इस संबंध में शीघ्र कदम उठाएं।
रमेश भभांनी समाजसेवी संत नगर
इससे शराब तस्करी बढ़ेगी
राजधानी में शराब ठेकेदार द्वारा एमआरपी से ज्यादा मूल्य पर शराब बेचने पर सुरा प्रेमी आसपास के जिलों से शराब लेकर पिएंगे क्योंकि वहां पर एमआरपी रेट से कम मूल्य पर शराब बेची जा रही है इससे तस्करी बढ़ेगी।
जगदीश आसनानी सचिव मध्य प्रदेश कांग्रेस
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved