प्रशासन ने बिना लाइसेंस के मैथेनॉल रखने वाले दो उद्योगों पर की थी कार्रवाई
इंदौर । एंटी-माफिया मुहिम (Anti-Mafia Campaign) के तहत प्रशासन (Administration) और पुलिस (Police) कई तरह के माफियाओं (Mafia) के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। दो दिन पहले प्रशासन ने सांवेर रोड की दो औद्योगिक इकाइयों (Industrial Units) से बड़ी मात्रा में बिना लाइसेंस के रखा मैथेनॉल जब्त किया है। ऐसी ही एक फैक्ट्री से निकले मैथेनॉल (Methenal) से मंदसौर (Mandsaur) में शराब कांड (Liquor Scandal) हुआ था। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक ( Factory Owner) को भी इस मामले में आरोपी बनाया है।
दो दिन पहले प्रशासन की टीम ने आबकारी विभाग (Excise Department) के साथ मिलकर सांवेर रोड (Sanwer Road) स्थित दो फैक्ट्रियों (Factories) पर छापा मारा था। एक फैक्ट्री से 6500 किलोग्राम और दूसरी से 160 किलोग्राम मैथेनॉल जब्त किया। इनके पास लाइसेंस नहीं था। कुछ दिन पहले मंदसौर में शराब कांड हुआ था। जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मंदसौर पुलिस ने इंदौर से एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया था। महिला ने बताया था कि उसने शराब के लिए मैथेनॉल सांवेर रोड की एक फैक्ट्री से खरीदा था। इस पर मंदसौर पुलिस ने फैक्ट्री मालिक को भी गिरफ्तार किया था। ये सभी लोग अभी जेल में हैं। इसी बीच दो दिन पहले जब प्रशासन और आबकारी विभाग की टीम सांवेर रोड पर जांच करने पहुंची तो बड़ी मात्रा में मैथेनॉल जब्त हुआ। सूत्रों के अनुसार शहर में सांवेर रोड और पादला क्षेत्र में कई छोटे उद्योग हैं। उनको अपने प्रोडक्ट के लिए मैथेनॉल लगता है। इनमें से कुछ लोग अवैध शराब के तस्करों को इंडस्ट्रियल उपयोग के लिए आया मैथेनॉल बेच देते हैं, जिसके चलते भविष्य में भी शराब कांड होने से इनकार नहीं किया जा सकता।
इथेनॉल का शराब में होता है उपयोग
आबकारी विभाग के सूत्रों के अनुसार ठेके की शराब में इथेनॉल का उपयोग होता है, जबकि पेंट और अन्य वस्तुओं के निर्माण में मैथेनॉल का उपयोग होता है। मैथेनॉल में पाइजन होता है, जिसके चलते मंदसौर शराब कांड हुआ था। इसके अलावा भी पहले भी कई बार यह बात सामने आई है कि अवैध शराब वाले इथेनॉल के स्थान पर मैथेनॉल का उपयोग करते हैं, जिससे हादसे होते रहते हैं।
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