नई दिल्ली: कतर में खेले गए फीफा वर्ल्ड कप में लियोनेल मेसी की अर्जेटीना ने लाजवाब खेल दिखाते हुए खिताब पर कब्जा जमाया. सांसे रोक देने वाले फाइनल मुकाबले में रविवार 18 दिसंबर को फ्रांस की टीम के खिलाफ अर्जेटीना ने पेनाल्टी शूट आउट में जीत दर्ज की. एक्स्ट्रा टाइम तक मैच बराबरी पर रहा था जिसके बाद वर्ल्ड चैंपियन का फैसला करने के लिए शूट आउट कराया गया. मेसी ने आखिरी विश्व कप में टीम को चैंपियन बना इसे यादगार बनाया लेकिन उनको असली ट्रॉफी घर ले जाने नहीं दी गई.
फ्रांस के खिलाफ फाइनल मैच में उतरने से पहले ही मेसी ने इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास की घोषणा कर दी थी. उन्होंने फैंस को यह संदेश पहुंचा दिया था कि विश्व कप 2022 फाइनल अर्जेटीना के लिए उनका आखिरी मुकाबला होने वाला है. वह इसके बाद अब कभी भी टीम की तरफ से मैदान पर कोई इंटरनेशनल मैच खेलने नहीं उतरेंगे. फ्रांस के खिलाफ पहला गोल मेसी ने दागा, मैच जब एक्स्ट्रा टाइम में पहुंचा तो यहां भी गोल उन्होंने किया. पेनाल्टी शूट आउट में भी पहला गोल मेसी ने ही किया था.
मेसी की अर्जेटीना को नहीं मिली असली ट्रॉफी
फ्रांस को फाइनल में हराने के बाद अर्जेटीना की टीम को असली ट्रॉफी जश्न मनाने के लिए दी गई थी लेकिन इसके बाद इसे ले लिया गया. इसमें इतना चौंकने की बात नहीं है क्योंकि यही फीफा की गाइडलाइन है. जो भी टीम विश्व कप का खिताब जीतती है उसे यह ट्रॉफी दी तो जाती है लेकिन बस जश्न मनाने के लिए इसके बाद यह वापस ले ली जाती है. अर्जेटीना की टीम को एक डुप्लिकेट ट्रॉफी ले जाने मिलेगी. यह असली जैसी ही हू ब हू होती है जो कांस्य पर सोने की परत चढ़ाकर बनाई जाती है.
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