बेंगलुरु । कर्नाटक में (In Karnataka) लिंगायत धर्मगुरु (Lingayat Cleric) शिवमूर्ति मुरुघा (Shivamurthy Murugha) को पुलिस ने हिरासत में लिया (Detained by Police) । उन पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण का आरोप लगा है। संत शिवमूर्ति कर्नाटक के चित्रदुर्ग में प्रमुख मुरुघा मठ के मुख्य पुजारी हैं।
मुरुघा पर मठ द्वारा संचालित संस्था में छात्राओं का यौन शोषण करने का आरोप है। दो नाबालिगों की ओर से शिकायत दर्ज कराने के बाद मैसूर शहर पुलिस ने शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
बता दें कि मठ द्वारा संचालित स्कूल में पढ़ने वाली दो लड़कियों ने मैसूर में एक एनजीओ ‘ओदानदी सेवा संस्थान’ से संपर्क किया था, जो तस्करी और यौन शोषण वाली महिलाओं और बच्चों के बचाव, उनके पुनर्वास और सशक्तिकरण के लिए काम कर रही है। छात्राओं ने एनजीओ से मिलकर अपनी आपबीती सुनाई, जिसके बाद इस मामले को जिला बाल कल्याण समिति के संज्ञान में लाया गया।
पुलिस की कार्रवाई में मठ के प्रमुख के अलावा संस्था के वार्डन समेत चार अन्य के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गयी है। शिकायत के अनुसार, मुरुघा मठ के छात्रावास में रहने वाली 15 और 16 साल की लड़कियों का साढ़े तीन साल से कई बार यौन शोषण किया गया। इस मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार, 28 अगस्त को कहा कि पुलिस घटना की पूरी तरह से जांच कर रही है और जांच पूरी होने के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।
ओदानदी सेवा संस्थान एनजीओ के प्रमुख स्टेनली ने दावा किया, “यौन शोषण का मामला सिर्फ इन दो लड़कियों तक ही नहीं है। मठ प्रमुख संस्थान में पढ़ने वाली कई अन्य छात्राओं को भी परेशान करता आया है। यह खेल कई सालों से चलता आया है, लेकिन डर की वजह से कोई इस तरह के मामले का खुलासा करने की हिम्मत नहीं जुटा सका।” स्टेनली ने कहा कि हम किसी दबाव या धमकी के आगे नहीं झुकेंगे। बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना पूरे समाज का कर्तव्य है। हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।
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