जयपुर। राजस्थान (Rajsthan) में गत दिवस प्रकृति (Nature) का ऐसा कहर टूटा कि 19 की मौत हो गई। मानसून (Monsoon) की बेरुखी के बाद मौसम बदला और राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में जोरदार बारिश हुई, जिसमें जयपुर, धौलपुर, कोटा, बारां और झालवाड़ जिले में रविवार को आकाशीय बिजली (Lightning) गिरने से कुल 19 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में सात बच्चे भी शामिल हैं। सबसे बड़ी घटना राजधानी जयपुर में आमेर महल में बने वॉच टावर पर बिजली गिरने से हुई जिसमें 10 सैलानियों की मौत हुई है।
राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है। चार लाख की सहायता आपदा प्रबंधन कोष से और एक लाख रुपये की सहायता मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी।
अंधेरा होने से रेस्क्यू में दिक्कतें
आकाशीय बिजली गिरने से सबसे बड़ी घटना राजधानी जयपुर में आमेर महल में बने वॉच टावर पर बिजली गिरने से हुई। तेज बारिश के दौरान आमेर महल में बने वॉच टावर पर बिजली गिर गई। इससे यहां आये 35 से ज्यादा सैलानी आकाशीय बिजली की चपेट में आकर दीवार से नीचे झाड़ियों में गिर गए। मामले की खबर लगते ही पुलिस और राज्य आपदा एवं राहत प्रबंधन (एसडीआरएफ) की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पहुंच गई। समाचार लिखे जाने तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। 25 घायलों को सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है जिनमें 10 की हालत गंभीर है।
पुलिस कमिश्नर जयपुर शहर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि आमेर महल में बने वॉच टावर पर आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 10 लोगों के मौत हो चुकी है जबकि 25 लोग घायल हुए हैं। फिलहाल एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू ऑपरेशन लगी है। रेस्क्यू के दौरान वहां तक पहुंच पाना मुश्किल हो रहा है। पहाड़ी पर घनी झाड़ियां और अंधेरा होने से रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही हैं।
इधर, कोटा से 50 किमी. दूर दरा के पास कनवास कस्बे से सटे गरडा गांव में रविवार शाम बिजली गिरने से चार बच्चों 15 वर्षीय विक्रम एवं राघेय, 12 वर्षीय अर्जुन एवं 8 वर्षीय राकेश की मौत हो गई। सभी बच्चे बकरियां चरा रहे थे जिनकी 11 बकरियों ने भी दम तोड़ दिया। आकाशीय बिजली गिरने से गांव की 65 वर्षीया फूलीबाई एवं चार अन्य बच्चे भी झुलस गये। घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अचानक हुई इस घटना से ग्रामीण भय से कांप उठे।
जबकि एक अन्य हादसा धौलपुर में हुआ, जहां जिले के बाडी उपखंड क्षेत्र के बसई डांग थाना इलाके के गांव कुदिन्ना में गांव के करीब आधा दर्जन बच्चे अपनी बकरियां चराने जंगल में गए थे। तभी दोपहर करीब साढे तीन बजे बरसात शुरू हो गई तथा आकाशीय बिजली गिरी जिसकी चपेट में आने तीन बच्चों की मौत हो गई। मृतकों में 15 वर्षीय लवकुश पुत्र अतरा तथा 10 वर्षीय विपिन एवं 08 वर्षीय भोलू पुत्र रामवीर शामिल हैं। तीनों बच्चों के शवों को बाडी के सरकारी अस्पताल लाया जा रहा है, जहां उनका पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
वहीं झालावाड जिले के सुनेल थाना क्षेत्र के चचलाई गांव में भी आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई, 2 युवतियां घायल हुई और 2 भैसों की भी मौत हुई हैं। बारां जिले के केलवाडा उपखंड क्षेत्र के बहराई गांव में खेत पर काम करने के दौरान अचानक आकाशीय बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।
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