उज्जैन। कोठी पैलेस के पास बन रहा कलेक्टोरेट भवन इस माह पूरा होने की उम्मीद है क्योंकि इस भवन में लगने वाली लिफ्ट और फर्नीचर आ चुका है। जल्द ही इसे फिट कर दिया जाएगा। नया कलेक्टोरेट भवन तो कब से बनकर तैयार हो गया है लेकिन इसकी आंतरिक साज-सज्जा के लिए फर्नीचर और लिफ्ट का काम अभी बाकी था यह भी आने वाले दिनों में हो जाएगा। अधिकारियों ने संभावना जताई है कि इस महीने कलेक्टोरेट भवन का काम पूरा हो जाएगा। भवन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसमें कुछ परिवर्तन भी किए गए थे। इसके कारण काम में देरी हुई और इसके बाद आंतरिक सज्जा के लिए फर्नीचर के जो टेंडर किए गए थे, उसमें गोदरेज कंपनी को भोपाल के अधिकारियों ने काम दिया था। इसको लेकर दूसरी फर्नीचर सप्लाई करने वाली कंपनियों ने आपत्ति ली थी और मामला कोर्ट में गया था। जानकारी के अनुसार कोर्ट से भी गोदरेज कंपनी के जीत गई है और अब गोदरेज कंपनी द्वारा नए कलेक्ट्रेट भवन में लगने वाला फर्नीचर भेज दिया गया है।
कुछ दिनों में भवन के सभी कक्ष में यह फर्नीचर लगा दिया जाएगा। इसके अलावा भवन चार मंजिला होने के कारण यहां लिफ्ट की महती आवश्यकता थी। इसलिए पूरे भवन में 5 लिफ्ट लगाई जा रही है यह पांच लिफ्ट भी आ चुकी है। मैकेनिक से 10-15 दिन में फिट कर देंगे इसके बाद नए कलेक्टोरेट भवन में कोई काम नहीं बचेगा। अधिकारियों ने संभावना जताई है कि मई माह तक काम पूरा हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि करीब 5 सालों से यह कलेक्टोरेट भवन बन रहा है। डिजाइन चेंज करने और भवन में परिवर्तन करने तथा फर्नीचर और लिफ्ट के मामले में काम में काफी देरी हुई है और इसी बीच 2 साल कोरोना के भी रहे, इसके चलते इस काम में पूरे 5 साल लग गए हैं। अब मई माह में इसके उद्घाटन होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस नए भवन में तहसीलदार से लेकर संभागायुक्त तक के सभी अधिकारियों के कार्यालय होंगे वहीं आने वाले दिनों में योजना बनाई जा रही है कि इसकी पांचवी मंजिल पर आईजी डीआईजी और एसपी का कार्यालय भी यही बना दिया जाए। इससे आम नागरिक को यह सुविधा होगी कि उसे एक ही जगह पुलिस और राजस्व के कार्यालय मिल जाएंगे तो उसका काम सुविधाजनक हो जाएगा, क्योंकि अभी आईजी एसपी और डीआईजी कार्यालय अलग-अलग जगह होने के कारण व्यक्ति को भटकना पड़ता है। इसके सुझाव पूर्व में जब दौरा किया था तो कैबिनेट मंत्री ने कलेक्टर को दिए थे और इस संबंध में प्रस्ताव भी बन गया है। उल्लेखनीय है कि नए कलेक्ट्रोरेट भवन का निर्माण कार्य कोरोना महामारी के पहले आरंभ हो गया था। बीच में यह कार्य कुछ कारणों के चलते धीमा भी हो गया था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved