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    रिकॉर्ड लो लेवल पर LIC के शेयर, निवेशकों को लगा 1.7 लाख करोड़ का चूना

  • June 14, 2022

    – निवेशकों को अभी तक 25 प्रतिशत से ज्यादा का नुकसान, मार्केट कैप 6 लाख करोड़ से घटकर 4.3 लाख करोड़ हुआ

    नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी (Largest public sector life insurance company) भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) (Life Insurance Corporation of India (LIC)) के शेयरधारकों को झटका (blow to shareholders) लगने का सिलसिला जारी है। एलआईसी के शेयरों ने आज अपने ऑल टाइम लो लेवल को हिट किया। इस शेयर की कीमत (share price fall) में आई गिरावट के कारण एलआईसी के निवेशकों को 17 मई से लेकर अभी तक की अवधि में 1.7 लाख करोड़ रुपये का चूना लग चुका है। इसके साथ ही निवेशकों को अभी तक 25 प्रतिशत से ज्यादा का नुकसान भी हो चुका है। और तो और एक महीने से भी कम की अवधि में खुद एलआईसी का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 6 लाख करोड़ से घटकर 4.3 लाख करोड़ के स्तर तक पहुंच गया है।


    शेयर बाजार में लिस्टिंग के पहले एलआईसी के शेयरों की धूम मची हुई थी, लेकिन लिस्टिंग के बाद से ही इसमें गिरावट का सिलसिला बना हुआ है। इसी वजह से ये शेयर आज एक बार फिर ऑल टाइम लो लेवल पर पहुंच गया। आज दोपहर 12 बजे के कुछ देर बाद ही एलआईसी के शेयर करीब 5 प्रतिशत की गिरावट के साथ अपने सबसे निचले स्तर 670.50 रुपये तक पहुंच चुके थे। पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार के क्लोजिंग लेवल के मुकाबले एलआईसी के शेयर में आज दोपहर तक प्रति शेयर 39 रुपये से अधिक की गिरावट आ चुकी थी।

    एलआईसी के शेयर ने आज शेयर बाजार में 18.80 रुपये की गिरावट के साथ 690.90 रुपये के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलते ही इस शेयर में जोरदार बिकवाली शुरू हो गई, जिसके कारण ये गोता लगाते हुए नीचे जाने लगा। दिन के पहले सत्र का कारोबार खत्म होने के बाद दोपहर 1 बजे के कुछ समय पहले ही एलआईसी का शेयर 39.20 रुपये की गिरावट के साथ 670.50 रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

    शेयर बाजार में बुरी तरह से पिटने के कारण एलआईसी के मार्केट कैपिटलाइजेशन (बाजार पूंजीकरण) में भी जोरदार गिरावट आई है। 17 मई को जब शेयर बाजार में एलआईसी की लिस्टिंग हुई थी, तो कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 6,00,242 करोड़ रुपये था, लेकिन लिस्टिंग के बाद से ही एलआईसी के शेयर प्राइस में लगातार गिरावट आने की वजह से आज कंपनी का मार्केट कैपीटलाइजेशन घटकर 4.3 लाख करोड़ रुपये रह गया है। इस तरह 17 मई से लेकर आज तक की अवधि में एलआईसी के निवेशकों को 1.7 लाख करोड़ रुपये से अधिक का चूना लग चुका है। शेयर प्राइस में आई गिरावट के कारण ही एलआईसी देश की सबसे ज्यादा वैल्यूएशन वाली टॉप 5 कंपनियों की लिस्ट से भी बाहर हो गई है। वैल्यूएशन के हिसाब से एलआईसी खिसक कर छठे पायदान पर आ गई है।

    उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने आईपीओ के जरिए एलआईसी से अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 21,000 करोड़ रुपये हासिल किए थे। एलआईसी का आईपीओ 3 मई को ओपन कर 9 मई को बंद हुआ था। इस आईपीओ में एंकर इन्वेस्टर्स ने 949 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 5.93 करोड़ शेयर खरीदे थे, लेकिन एलआईसी के शेयरों की कीमत में आई जोरदार गिरावट के कारण एंकर इन्वेस्टर्स को अभी तक 25 प्रतिशत से अधिक का नुकसान हो चुका है। आज ही एंकर इन्वेस्टर्स के लिए निर्धारित लॉक इन पीरियड खत्म हुआ है। ऐसे में माना जा रहा है कि लॉक इन पीरियड खत्म होने के बाद एंकर इन्वेस्टर्स ने और अधिक नुकसान से बचने के लिए एलआईसी के शेयरों की बिकवाली तेज कर दी है, जिसकी वजह से इसके शेयर में आज जोरदार गिरावट की स्थिति बन गई है। (एजेंसी, हि.स.)

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