उज्जैन। शहर में कुष्ठ रोग की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले साल करीब 62 नए मरीज मिले थे। जबकि, इस साल बीते 4 महीने में ही 28 नए मरीज सामने आ चुके हैं। शहरी क्षेत्र में इनकी संख्या ज्यादा है। राहत की बात यह है कि नए मरीजों में गंभीर मरीजों की संख्या शून्य हैं।
उल्लेखनीय है कि उज्जैन जिला अभी भी पूरी तरह कुष्ठ रोग से मुक्त नहीं हो सका है। शहर में ही दो बस्तियाँ फ्रीगंज ब्रिज के नीचे व हामूखेड़ी में है जहाँ आज भी कई कुष्ठ रोगी रहते हैं। हालांकि इन बस्तियों की आबादी इससे काफी अधिक है लेकिन इन रहवासियों में से कई उपचार मुक्त हो चुके हैं जिनसे अब दूसरों को कुष्ठ रोग होने का खतरा न के बराबर है। बावजूद इस बीमारी के प्रति जागरुक व सतर्क रहने की जरूरत हैं। डॉ. एसके अखंड ने अग्रिबाण को बताया कि जिले में कुष्ठ रोग उन्मूलन का कार्य लगातार जारी है। वर्तमान में जिले में 28 मरीज उपचाररत हैं। यदि किसी व्यक्ति को लेप्रोसी रोग संबंधित लक्षण पाए जाते हैं तो वे इसे नजर अंदाज न करते हुए जाँच करवाएँ। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक उज्जैन शहर में लोग इस बीमारी से पीडि़त अधिक हैं।
ये हैं बीमारी की तीन प्रकार
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