उज्जैन। पिछले 3-4 दिनों से सब्जी मंडी में आई नींबू की कमी के चलते इसके दाम आसमान छू रहे हैं जिसके चलते होटलों के पोहे से लेकर किचन की सलाद तक से नींबू गायब हो गया है। रिटेल में एक नींबू 12 से 15 रुपए तक बिक रहा है। नींबू के दामों में आए उछाल के कारण गर्मी में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाला पेय नींबू पानी भी महंगा हो गया है। पिछले कुछ दिनों से उज्जैन की थोक सब्जी मंडी से लेकर रिटेल सब्जी मंडियों में नींबू की कमी हो रही है। हालांकि उज्जैन की मंडियों में मालवा और निमाड़ का नींबू भी बड़ी मात्रा में आता है लेकिन उक्त मंडियों में इसकी आवक अन्य राज्यों से होती है। दूसरे राज्यों से नींबू की आवक घटने के साथ ही उज्जैन मंडी में भी नींबू काफी महंगे में बिक रहा है।
एक हफ्ते पहले तक रिटेल सब्जी मंडी में नींबू के दाम क्वालिटी के अनुसार 5 रुपए के दो और 10 रुपए के दो नग थे। वही अब कई गुना बढ़ गए हैं। दो दिन पहले नींबू बाजार में 10 से 12 रुपए प्रति नग बिक रहा था, वही अब 15 रुपए प्रति नग तक पहुँच गया है। एक किलो नींबू के दाम भी क्वालिटी के अनुसार 300 रुपए से लेकर 325 रुपए प्रति किलो तक पहुँच गए हैं। इधर नींबू की आवक में गिरावट तथा ऊँचे दाम होते ही होटलों पर मिलने वाले सुबह के नाश्ते में विशेष पसंद किए जाने वाले पोहे से नींबू का स्वाद गायब हो गया है। होटलों पर अब ग्राहकों को बगैर नींबू के पोहे परोसे जा रहे हैं। यही हाल घरों में है। यहाँ नींबू के प्रयोग से बनने वाले खाद्य सामग्रियों से लेकर सलाद तक में नींबू का उपयोग लोग चाहकर भी नहीं कर पा रहे। अभी गर्मी लगातार बढ़ रही है और शीतल पेय की दुकानों पर गर्मी के दिनों में पोदिने के रस के साथ-साथ नींबू पानी की भी विशेष माँग रहती है। नींबू के दाम चढऩे से पहले शीतल पेय की दुकानों पर एक गिलास नींबू पानी 10 से 20 रुपए में मिल रहा था, यही अब काफी महंगा हो गया है और कई दुकानों पर तो दुकानदारों ने यह फ्लेवर बेचना ही बंद कर दिया है।