• img-fluid

    लेह : पूर्वी लद्दाख में तैयार हुआ देश का सबसे ऊंचा हवाईअड्डा, चीन सीमा से है केवल 35 किलोमीटर दूर

  • November 03, 2024

    लेह । पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) के न्योमा स्थित मुड में देश के सबसे ऊंचे हवाईअड्डे (Highest Airports) का निर्माण लगभग पूरा कर लिया गया है। समुद्र तल से 13,700 फीट की ऊंचाई पर बना यह हवाईअड्डा चीन (China) के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से केवल 35 किलोमीटर दूर स्थित है। इसे क्षेत्र में भारत (India) की सैन्य रसद और संचालन क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।

    इस हवाईअड्डे के तीन किलोमीटर लंबे रनवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है, जो आपातकालीन लैंडिंग के लिए उपयुक्त है। परियोजना कमांडर ने कहा, किसी भी आपात स्थिति में लैंडिंग के लिए हमें उद्घाटन का इंतजार नहीं करना होगा, जिससे इस हवाईअड्डे की तत्काल संचालन क्षमता की पुष्टि होती है।

    कठोर पर्यावरणीय परिस्थितियों में (जहां सर्दियों में तापमान -35 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है) इस परियोजना का कार्य हिमांक के 755 सीमा सड़क कार्य बल (बीआरटीएफ) की निगरानी में कर्नल पोनोंग डोमिंग के नेतृत्व में हो रहा है। अरुणाचल प्रदेश की कर्नल डोमिंग इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। उनकी रणनीतिक दक्षता एवं समर्पण के लिए उन्हें सराहा जा रहा है।


    लगभग 218 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना को केसीसी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। इस निर्माण में गर्मियों में करीब 450 और सर्दियों में लगभग 250 श्रमिक काम कर रहे हैं, जिन्होंने कठोर पर्यावरणीय और रसद चुनौतियों का सामना करते हुए परियोजना को पूरा करने के करीब पहुंचाया है। परियोजना हिमांक के 80 आरसीसी के कार्यकारी अभियंता मनोज कुमार तकनीकी पहलुओं की देखरेख कर रहे हैं, ताकि यह उन्नत लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) उच्चतम टिकाऊपन और प्रदर्शन मानकों पर खरा उतर सके।

    पूरी तरह से संचालन में आने के बाद यह हवाई अड्डा विभिन्न प्रकार के रक्षा विमानों को समर्थन देगा और दूरस्थ सीमा क्षेत्रों में भारी उपकरण और आपूर्ति के परिवहन को सुगम बनाएगा। इससे लेह के कुशोक बकुला रिम्पोचे (केबीआर) हवाई अड्डे पर निर्भरता कम होगी। यह हवाई अड्डा सैन्य और नागरिक संचालन का मुख्य केंद्र है और मुड से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

    Share:

    भारत का उड़ी हमले के बाद बड़ा निर्णय, बैसाखी से पहले बंद होगा पाकिस्तान जाने वाला रावी नदी का पानी

    Sun Nov 3 , 2024
    कठुआ । वर्ष 2025 की बैसाखी तक पाकिस्तान (Pakistan) को व्यर्थ बहने वाला रावी दरिया (Ravi River) का पानी पूरी तरह से नियंत्रित हो जाएगा। इसके साथ ही देश की महत्वकांक्षीय परियोजनाओं में एक शाहपुर कंडी बांध परियोजना (Shahpur Kandi Dam Project) से अगले खरीफ सीजन में जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कठुआ और सांबा […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शनिवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved