बड़वानी। विनोद चितावले निवासी पलसूद जिला बड़वानी 1 जुलाई के दिन अपने घर अपनी पत्नी और 3 छोटी बच्चियों से यह कह कर निकला था की के मजदूरी के सिलसिले में बाहर जा रहा हु जल्दी वापिस लौटूंगा, हर बार की तरह पत्नी ने बेफिक्र हो कर जाने की अनुमति दे दी। जाते हुए विनोद ने अपने बच्चो से वादा किया कि मजदूरी के पैसे ले कर आऊंगा तो सबको नए कपड़े और खिलोने दिलवाऊंगा। मगर नियति को कुछ और ही मंजूर था।
मजदूरी की तलाश में विनोद बड़वानी से इंदौर आए और मुसाखेड़ी क्षेत्र में एक मकान की छत पर मजदूरी का कार्य करने लगे अचानक ऊपर से गुजर रही बिजली की लाइन की चपेट में आजाने से उनकी दुखद मृत्यु हो गई। इधर दूसरी तरफ परिवार इस घटना से बेखबर विनोद के आने की राह देखने लगा। आज़ाद नगर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिवार को तलाशना शुरू किया। मगर मृत्यु के 3 दिन बाद भी जब परिवार का पता नही लगा तो पुलिस ने सेवाभावी और मानवीय कार्य करने वाली टीम से संपर्क कर विनोद का विधिविधान से अंतिम संस्कार करवा दिया।
टीम के करीम पठान, फिरोज पठान ने बताया की अंतिम संस्कार कर पवित्र अस्थियों को कलश में सहेज कर अपने पास सुरक्षित रख दिया गया। इधर कई दिन हो जाने के बाद भी जब विनोद की खोज खबर नहीं मिली तो उसका परिवार बड़वानी में बैचेन हो उठा और विनोद को तलाशने लगा। काफी तलाश करने के बाद भी विनोद का कही कोई पता नहीं लगा। एक दिन अचानक विनोद के परिवार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा जिसमे इंदौर की सेवाभावी टीम उसका अंतिम संस्कार कर रही थी।
ऐसे में परिवार से उसके भाई और साले इंदौर आए और पंडित जय्यू जोशी से संपर्क कर पूरी घटना बताई। टीम द्वारा सहेजी गई विनोद की अस्थियां उसके परिवार को सुपुर्द की गई। परिवार ने नम आंखों से सभी का धन्यवाद दिया और मां अहिल्या की नगरी को साधुवाद दिया की ऐसे लोग बिरले ही होते है जो किसी पराए के लिए इतना सब कुछ भी कर जाते हे। विनोद के अंतिम संस्कार में मुख्य रूप से करीम पठान, जय्यु जोशी, फिरोज पठान, सुरेश मोरे, कृष्णा सोनी आदि उपस्थित रहे थे।
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