डेस्क। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपीएमएसपी की ओर से 10वीं और 12वीं बोर्ड कक्षाओं के नतीजे सीबीएसई से पहले जारी किए जा सकते हैं। यूपी बोर्ड ने रिजल्ट जारी करने को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। रिजल्ट भी लगभग बनकर तैयार है। यूपीएमएसपी ने 15 अगस्त, 2021 तक जारी किए जाने की पूरी संभावना है। जबकि, सीबीएसई के परिणाम में देरी होने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार, सीबीएसई कक्षा 10वीं के परिणाम 20 जुलाई को आ सकते हैं। जबकि 12वीं के परिणाम 31 जुलाई तक आने है। कोविड-19 महामारी के कारण इस साल माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से सत्र 2020-2021 के लिए यूपी बोर्ड की मूल्यांकन प्रक्रिया में बदलाव और रिजल्ट की प्रक्रिया में कुछ नवाचार भी किए गए हैं। इनसे 10वीं कक्षा के करीब 30 लाख और कक्षा 12वीं के करीब 26 लाख छात्र लाभान्वित होंगे।
रिजल्ट देखने का तरीका भी बदला
यूपीएमएसपी की ओर से बोर्ड कक्षाओं का रिजल्ट जारी करने को लेकर एक नई व्यवस्था की गई है। इस बार, रिजल्ट नामांकन संख्या अथवा पंजीकरण संख्या के जरिये देखा जा सकेगा। क्योंकि, यूपी बोर्ड की ओर से इस साल परीक्षार्थियों को रोल नंबर और प्रवेश पत्र जारी नहीं किए जा सके थे।
यूपी बोर्ड की यह है 12वीं कक्षा की मूल्यांकन योजना
यूपी बोर्ड की मूल्यांकन योजना 20 जून को घोषित कर दी गई थी। इसके तहत कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन के लिए हाईस्कूल यानी 10वीं कक्षा, 11वीं कक्षा और 12वीं के अंक जोड़े जाएंगे। इस योजना के अनुसार, हाईस्कूल परीक्षा में प्राप्तांक के 50 फीसदी, कक्षा 11 के वार्षिक/अद्धवार्षिक परीक्षा के 40 फीसदी, तथा कक्षा 12वीं में हुई प्री-बोर्ड परीक्षाओं के प्राप्तांकों के आधार पर 10 फीसदी अंक जोड़े जाएंगे।
यूपी बोर्ड 10वीं कक्षा के छात्रों का ऐसे हो रहा मूल्यांकन
यूपीएमएसपी की ओर से तैयार मूल्यांकन योजना के अनुसार, हाईस्कूल यानी कक्षा 10वीं बोर्ड की लिखित परीक्षा का परीक्षाफल नौवीं कक्षा के प्राप्तांकों से 50 फीसदी, कक्षा 10वीं के प्री – बोर्ड के प्राप्तांकों से 50 फीसदी अंक जोड़कर निर्धारित किया जाएगा। बता दें कि हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा परिणाम का फॉर्मूला तय करने के लिए यूपी बोर्ड की अतिरिक्त मुख्य सचिव आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई थी। कमेटी को 3910 सुझाव मिले थे।
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