इंदौर (Indore)। पश्चिम रेलवे ने लंबी कवायद के बाद हाल ही में लक्ष्मीबाई नगर की नई स्टेशन बिल्डिंग का ठेका उज्जैन की एजेंसी को सौंप दिया है। काम पूरा करने के लिए एजेंसी के पास यूं तो एक साल का वक्त है, लेकिन रेलवे ने मार्च तक नई स्टेशन बिल्डिंग बनाने का लक्ष्य दिया है। लक्ष्मीबाई नगर इंदौर का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन बनेगा, जहां से ट्रेनें ओरिजनेट और टर्मिनेट होंगी।
रेलवे चाहता है कि जल्द से जल्द बिल्डिंग बनाकर तैयार कर दी जाए, ताकि वहां से ट्रेनों का संचालन शुरू किया जा सके। दो मंजिला इस बिल्डिंग का काम उज्जैन की माहेश्वरी वाटर वक्र्स को सौंपा गया है। आधा दर्जन कंपनियां 18 करोड़ रुपए से ज्यादा लागत वाले इस काम को लेने की दौड़ में थीं, लेकिन सबसे न्यूनतम ऑफर उज्जैन की एजेंसी ने दिया था। कंपनी ने 17 करोड़ से ज्यादा राशि में काम करने का ऑफर रेलवे को दिया था। तमाम औपचारिकताओं के बाद पश्चिम रेलवे मुख्यालय ने एजेंसी को कार्यादेश जारी कर तुरंत काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इसी एजेंसी ने महू में आंबेडकर स्मारक की तर्ज पर स्टेशन बिल्डिंग बनाई है। कार्यादेश जारी होते ही एजेंसी ने भी काम शुरू करने की तैयारी कर ली है। जल्द ही वर्तमान स्टेशन से एमआर-4 के बीच (बाणगंगा नाले के पास) बिल्डिंग निर्माण के मटेरियल, मशीनरी और मजदूरों की हलचल शुरू हो जाएगी।
प्लेटफॉर्म-बिल्डिंग साथ-साथ बनेंगे
लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन इंदौर के बाद शहर का दूसरा बड़ा स्टेशन बनेगा। यहां रेलवे दो नए प्लेटफॉर्म बनाने का काम पहले ही शुरू कर चुका है और स्टेशन बिल्डिंग का काम साथ-साथ होगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 2025 में मार्च से अप्रैल के बीच स्टेशन पर ट्रेन संचालन संबंधी सभी जरूरी सुविधाएं जुटा ली जाएंगी। भविष्य की जरूरतों के हिसाब से दो मंजिला भवन में रेस्त्रां, वेटिंग एरिया, नया फुट ओवरब्रिज, शेड, बैठक व्यवस्था, नए टिकट काउंटर, इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड, क्लॉक रूम, वाटर कूलर, उच्चस्तरीय प्लेटफॉर्म और बड़ी पार्किंग समेत तमाम जरूरी सुविधाएं रहेंगी।
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