नई दिल्ली। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने अहमदाबाद की विशेष अदालत में अर्जी देकर कहा है कि उसके ऊपर अभी तक कोई केस साबित नहीं हुआ है। ऐसे में उसे गैंगस्टर या आतंकवादी नहीं कहा जाए। इस मामले में सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। हालांकि सरकारी वकील ने 25 सितंबर तक जवाब देने का समय मांगा है।
फेसबुक में हत्या की बात स्वीकार किए जाने की बात को बताया गलत
लॉरेंस बिश्नोई के वकील ने इस बात को भी गलत बताया कि उसने फेसबुक पर गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की हत्या की बात स्वीकारी है। सुक्खा की हत्या कनाडा में की गई थी। लॉरेंस बिश्नोई के वकील आनंद ब्रह्मभट्ट ने कहा कि फेसबुक की बात गलत है। उन्होंने दावा किया कि लॉरेंस के नाम से डेढ़ सौ से ज्यादा फेसबुक एकाउंट है। वे सब फर्जी हैं।
बिश्नोई के वकील ने कहा- अगर सबूत हो तो सामने लाएं
उन्होंने कहा कि जेल में रहकर लॉरेंस फेसबुक चला ही नहीं सकता है। अगर पुलिस के पास ऐसा कोई सबूत है कि वह फेसबुक चलाने की सुविधा पा रहा था तो उसे सामने लाए और यह सुविधा जिस अधिकारी की वजह से उसे मिली है, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
अहमदाबाद में साबरमती सेंट्रल जेल के अधिकारियों ने भी कहा कि अगस्त से जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की सुक्खा हत्याकांड की जिम्मेदारी लेने से जुड़ी फेसबुक पोस्ट में कोई भूमिका नहीं थी। कनाडा में मोस्ट वांटेड गैंगस्टर सुखदूल सिंह गिल उर्फ सुक्खा डुनेके की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए गुरुवार को बिश्नोई के गिरोह के नाम से एक फेसबुक पोस्ट सामने आई थी। फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि ड्रग एडिक्ट सुक्खा को उसके किए पापों की सजा मिली है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved