गुरुग्राम । कानून प्रवर्तन एजेंसियों (Law Enforcement Agencies) ने “अवैध” अप्रवासियों की 200 से अधिक झोपड़ियों को (Over 200 Shanties of “Illegal” Immigrants) ध्वस्त कर दिया (Demolished), जो कथित तौर पर हरियाणा के नूंह जिले में (In Nuh District of Haryana) हुई हिंसा में शामिल थे (Involved in Violence) ।
पिछले चार वर्षों में, नूंह के टौरू इलाके में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की जमीन पर बांग्लादेश से आए अवैध अप्रवासियों ने झुग्गियां बनाई थीं। गुरुवार को भारी पुलिस दल के साथ जिला अधिकारियों द्वारा विध्वंस अभियान चलाया गया। हिंसा की जांच करते समय, पुलिस ने पाया कि अधिकांश प्रदर्शनकारियों ने ताउरू और उसके आसपास पथराव किया था और दुकानों, पुलिस और आम लोगों को निशाना बनाया था। सीसीटीवी फुटेज और वीडियो का विश्लेषण करने पर, पुलिस ने उन घरों की पहचान की, जहां से सबसे ज्यादा पथराव किया गया था। सूत्रों ने कहा कि नूंह में 50 से अधिक स्थानों पर इसी तरह का विध्वंस अभियान चलाया जाएगा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा, “संबंधित एजेंसियों द्वारा विध्वंस किया गया और हमने पुलिस सहायता प्रदान की।” एसपी नूंह नरेंद्र बिरजानिया ने कहा, “ये संरचनाएं अवैध थीं। हम किसी को भी कानून-व्यवस्था में बाधा डालने की इजाजत नहीं दे सकते। दंगों में शामिल लोगों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।” पुलिस की ओर से मेवली, शिकारपुर, जलालपुर और शिंगार गांवों में भी कॉम्बिंग अभियान चलाया गया।
31 जुलाई को विहिप द्वारा आयोजित बृज मंडल यात्रा पर हमला होने और वाहनों को आग लगाने के बाद दंगे भड़क उठे। नूंह में अब तक 55 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 141 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गुरुवार को नूंह और गुरुग्राम में स्थिति शांत रही।
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