इंदौर: कुछ महीने पहले छात्रों को धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली पुस्तक पढ़ाए जाने को लेकर इंदौर का स्कूल ऑफ़ लॉ कॉलेज (Indore Institute of Law) सुर्ख़ियों में आया था. वहीं, एचओडी (HOD) पर लगे गंभीर आरोपों को लेकर लॉ कॉलेज एक बार फिर से सुर्खियों में है. छात्रों ने एचओडी पर अभद्र व्यवहार के गंभीर आरोप लगाते हुए कुलपति से इसकी लिखित शिकायत की है.
अंतिम वर्ष के छात्र मुनेश झांझरी ने बताया कि स्कूल ऑफ लॉ कॉलेज की एचओडी अर्चना रांका द्वारा अंतिम वर्ष के छात्रों के साथ पिछले 3 सालों से दुर्व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अंतिम वर्ष के स्टूडेंट्स को अटेंडेंस के लिए परेशान किया जा रहा है जिसके चलते वे अपनी इंटर्नशिप नहीं कर पा रहे हैं. वहीं जब इंटर्नशिप करने के लिए एचओडी से छुट्टी हेतु आवेदन किया जाता है तो वे छुट्टी देने से मना कर देती हैं. इसलिए उन्हें प्रतिदिन कॉलेज में आकर अटेंडेंस भरनी पड़ती है और ऐसा न करने पर एचओडी द्वारा उन्हें डी-बार करने की धमकी दी जाती है. इसलिए वे चाहते हैं कि मैडम को निष्कासित किया जाए.
वहीं, छात्रा सलोनी ओझा का कहना है कि एचओडी मैडम द्वारा पिछले 3 वर्षों से हमें परेशान किया जा रहा है. यहां तक कि हमारे साथ अभद्र टिप्पणियां की जाती हैं और जिन शब्दों का हमारे साथ प्रयोग किया जाता है उन्हें बोल पाना भी शर्म की बात है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में एक भी परमानेंट फैकल्टी नहीं है जिनसे हम अपनी समस्याएं बता सकें. कॉलेज में जितने भी फैकल्टी हैं वे सभी ही विजिटर फैकेल्टी हैं. इसी का फायदा उठाते हुए एचओडी मैडम हमारे साथ अभद्र व्यवहार करती हैं. इसलिए अब हम चाहते हैं कि मैडम को तुरंत निष्कासित किया जाए.
वहीं, डीएवीवी की कुलपति डॉ. रेणु जैन का कहना है कि होली को लेकर हम शनिवार को कॉलेज विजिट पर गए थे. वहीं हमें पता चला था कि कुछ बच्चे धरना कर रहे हैं, उनकी शिकायत थी कि एचओडी मैडम के द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है लेकिन जब मैंने शिकायतों को देखा तो मुझे ऐसा लगा कि कोई भी टीचर बच्चों को अनुशासन में रखने के लिए यह सब करते हैं लेकिन अब बच्चों की लिखित शिकायत हमें मिली है जिस पर हम विचार करेंगे. वहीं जरूरी हुआ तो एक जांच कमेटी भी नियुक्त की जाएगी. गौरतलब है कि बीते महीने लॉ कॉलेज में एक विवादित पुस्तक को पढ़ाए जाने को लेकर विवाद हुआ था, जिसको लेकर भंवरकुआ थाने में प्राचार्य सहित प्रोफ़ेसर पर मामला दर्ज करवाया गया था.
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