ग्वालियर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में फिर से सत्ता में काबिज होने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव (MP assembly elections 2023) को लेकर बीजेपी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। इसकी जिम्मेदारी खुद राजनीति के चाणक्य (Chanakya of politics) कहे जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने ली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल यानी 20 अगस्त को ग्वालियर आ रहे हैं, जहां वह प्रदेश कार्यसमिति की अंतिम बैठक (Last meeting of State Working Committee) में शामिल होंगे।
प्रदेश कार्य समिति की यह बैठक ग्वालियर में जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार में आयोजित की जा रही है जिसको लेकर तैयारियां पूरी ली गई हैं। प्रदेश कार्य समिति की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ-साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र, यादव अश्विनी कुमार, नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल होंगे। इसके साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश के सभी मंत्री, प्रदेश के सभी सांसद, विधायक और जिला अध्यक्ष मौजूद रहेंगे। वहीं प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य निगम बोर्ड और प्राधिकरण के चेयरमैन को भी इस बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया है।
रविवार को ग्वालियर में होने वाली भाजपा की प्रदेश कार्य समिति की इस बैठक में लगभग 1200 से अधिक पार्टी के पदाधिकारी शामिल होंगे। भाजपा प्रदेश महामंत्री भाजपा भगवान दास सबनानी ने बताया है कि 2030 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जनता का आशीर्वाद लेकर बड़े जनादेश के साथ फिर से सत्ता में आए इसको लेकर यह बैठक आयोजित की जा रही है। इसको लेकर हमारी प्रदेश का नेतृत्व केंद्र के नेतृत्व के आदेश पर पूरे परिश्रम के साथ जुड़ा हुआ है।
वहीं, चुनाव से पहले ग्वालियर चंबल अंचल में बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के कई मायने निकाले जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि पूरे प्रदेश भर में ग्वालियर चंबल अंचल में बीजेपी में कितनी गुटबाजी देखने को मिल रही है, जिसके कारण केंद्रीय नेतृत्व भी काफी परेशान है। यही कारण है कि ग्वालियर चंबल अंचल में महाराज भाजपा और नाराज भाजपा के बीच चल रही गुटबाजी को कम करने के लिए प्रदेश के सभी पदाधिकारी यहां पर शामिल हो रहे हैं, ताकि विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर कार्य कर सकें।
इसके अलावा ग्वालियर चंबल अंचल में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी परेशानी इस बात की है कि साल 2018 के चुनाव में बीजेपी को यहां से बड़ी हार का सामना करना पड़ा, जिसके कारण शिवराज सरकार को अपनी सरकार गंवानी पड़ी थी। साल 2018 के चुनाव में बीजेपी ने ग्वालियर चंबल अंचल की 34 सीटों में से सिर्फ 7 सीटों पर जीत हासिल की थी और बाकी 26 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, जिसके कारण प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी। इसलिए अब सरकार को डर है कि कहीं साल 2018 की स्थिति दोबारा से ना बन जाए यही कारण है कि अबकी बार सबसे ज्यादा फोकस ग्वालियर चंबल अंचल पर ही कर रही है।
वहीं, ग्वालियर चंबल अंचल में गुटबाजी को लेकर बीजेपी का कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव और 2024 में लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की पूर्ण रूप से तैयारी चल रही है। उन्हें भरोसा है कि फिर से प्रदेश को देश की जनता का उन्हें भरपूर सहयोग मिलेगा। वहीं, ग्वालियर दौरे पर आ रहे अमित शाह को लेकर कांग्रेस ने कहा कि ग्वालियर की जनता का शुरू से ध्येय रहा है कि अतिथि देवो भव, जो अतिथि आता है उसका स्वागत किया जाता है, लेकिन अमित शाह जिस उद्देश्य से यहां आ रहे हैं उनका यह उद्देश्य जनता समझती है और उसे कभी भी पूरा नहीं होने देगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved