- खाचरौद के पास बड़ा गांव में कल खाद्य विभाग ने दी दबिश
- मावा फैक्ट्री को सीज किया-7 सैंपल लेकर भोपाल भेजे-किसानों ने घर घर में खोल लिए हैं प्लांट
उज्जैन। मावे के लिए मशहूर उन्हेल खाचरोद क्षेत्र अब मिलावटी मावे की मंडी बनने लगा है। ज्यादा मांग के चलते मिलावट के लिए किसानों ने और व्यापारियों ने घर-घर में प्लांट डाल दिए हैं। हर साल कार्रवाई होती है लेकिन यह सभी फैक्ट्रियाँ जस की तस चल रही है। कल भी खाद्य औषधि विभाग ने एक कार्यवाही की और मावे तथा घी के सैंपल लिए। नागदा-उन्हेल और खाचरौद क्षेत्र में 200 से अधिक मावा बनाने के प्लांट घर-घर में लग गए हैं और यही मावा उन्हेल में व्यापारियों के यहाँ आता है और उज्जैन भी बिकने आता है। इसमें बड़े पैमाने पर मिलावट हो रही है। मिलावट की शिकायत मिलने पर कल खाद्य औषधि विभाग ने खाचरौद के बड़ा गांव में स्थित मंगलम फूड्स पर छापामार कार्रवाई की।
यहाँ 250 किलो मावा, 210 किलो घी, 100 किलोग्राम क्रीम और 60 किलोग्राम सोडियम बाई कार्बोनेट टीम को मिला। खाद्य औषधि विभाग के बसंत दत्त शर्मा ने बताया उक्त फैक्ट्री से 7 सैंपल लिए गए हैं। सभी को भोपाल जांच के लिए भेजा जाए गया है, वहाँ से जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित मावा व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि पूर्व में यहां पर बहुत शुद्ध मावा मिलता था और इस काम के लिए यह क्षेत्र प्रसिद्ध था लेकिन शादी ब्याह में इस मावे की मांग बढ़ी और आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इस चक्कर में व्यापारी मिलावटी मावा सप्लाई करने में लग गए। पिछले वर्षों में भी यहाँ बड़े पैमाने पर मिलावटी मावा पकड़ा गया था और व्यापारी पर रासुका भी लगाई गई थी लेकिन थोड़े दिन बाद मामला चलता कर दिया जाता है। व्यापारियों के राजनीतिक रसूख और प्रभावशाली नेताओं से संबंध है।