कोच्चि। भारतीय नौसेना के सबसे पुराने लैंडिंग पोत आईएनएस मगर को 36 साल तक उत्कृष्ट सेवाओं के बाद शनिवार को मुक्त कर दिया गया। यहां नौसेना बेस में आयोजित सूर्यास्त समारोह में कमांडर हेमंत वी सालुंखे की कमान में पोत को सेवामुक्त किया गया। इसे 16 नवंबर, 1984 को लॉन्च किया गया था और 18 जुलाई, 1987 को गार्डन रीच शिपयार्ड एंड इंजीनियर्स लिमिटेड, कोलकाता में सेवा में शामिल किया गया था।
आईएनस मगर ने समुद्र सेतु समेत कई अभियानों, अभ्यासों और मानवीय मिशनों में भाग लिया। यह कोविड-19 महामारी के दौरान दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 4,000 से अधिक भारतीयों को स्वदेश वापस लाने के अभियान में भी शामिल था। नौसेना ने कहा, समारोह के मुख्यातिथि दक्षिणी नौसेना कमान (SNC) के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, वाइस एडमिरल, एमए हम्पीहोली थे।
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