इंदौर। एटीएम (ATM) से छेड़छाड़ कर रुपए निकालने वाली गैंग के दो और बदमाशों को पुलिस (Police) ने गिरफ्तार किया है। ये गिरोह देशभर में सौ से अधिक वारदातें कर चुका है। ठगी के पैसे ने इन लोगों ने अपने रिश्तेदारों के नाम से गांव में ही जमीन और गाडिय़ां ले रखी हैं। तीन हजार लोगों के गांव में एक दर्जन से अधिक ग्रुप और हर ग्रुप में एक दर्जन लोग हैं।
शहर (City) में एक दर्जन से अधिक एटीएम (ATM) से छेड़छाड़ कर हजारों रुपए निकालने वाली प्रतापगढ़ की गैंग के तीन बदमाशों बजरंग उर्र्फ सावन, मेहताब और मनीषकुमार (Bajrang,Mehtab,Manish Kumar) को क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने कुछ दिन पहले पकड़ा था। इनकी सूचना पर क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की टीम दो और आरोपियों जितेंद्र उर्फ धीरू और दीपक को प्रतापगढ़ से पकडक़र लाई है। क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की टीम को पता चला है कि ये गिरोह एमपी, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब और गुजरात (chhattisgarh, haryana, punjab, gujarat) में सक्रिय रहता है। यह गिरोह देशभर में सौ से अधिक वारदातें कर चुका है और बैंक को करोड़ों का चूना लगा चुका है। गांव में पुलिस को पता चला कि ठगी के पैसे से इन लोगों ने गांव और आसपास कई जमीन खरीद रखी है, लेकिन ये सभी जमीनें रिश्तेदारों के नाम से हैं, ताकि पकड़े जाने पर जब्त न हों। इसके अलावा ये गाडिय़ों के भी शौकीन हैं। इनके पास 50 से अधिक गाडिय़ां हैं। कई बार ये लोग वारदात के लिए खुद की ही गाड़ी का उपयोग करते तो कई बार ट्रेन से भी आते-जाते हैं। इन लोगों के बैंक खातों के बारे में जानकारी निकालने पर पता चला कि खाते भी रिश्तेदारों के नाम से हैं, जिनमें लाखों रुपए हैं, लेकिन पुलिस उन्हें सीज नहीं करवा पा रही है। इन लोगों ने इंदौर में पहले भी कई वारदातें की हैं, जबकि अभी भी पुलिस रोजाना पुरानी घटनाओं में एक-दो मामले दर्ज कर रही है। आज भी दो मामले शिप्रा और परदेशीपुरा में दर्ज हुए हैं। ज्यादातर एटीएम (ATM) से इन लोगों ने दस हजार रुपए ही निकाले हैं।
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