भोपाल। तलैया थाना क्षेत्र में रहने वाली 45 वर्षीय एक महिला ने अपने आसपास, परिचित और गरीब महिलाओं को बिना कोई सामान गिरबी रखे दस्तावेज के आधार पर लोन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी की। अभी तक करीब पचास पीडि़त महिलाएं तलैया थाना पुलिस से संपर्क कर चुकी हैं। आरोपी से करीब 200 महिलाएं जुड़ी हैं, ऐसे में आशंका है कि अगर अधिकांश महिलाओं को आरोपी महिला ने लोन दिलाया होगा तो एक करोड़ से अधिक की राशि ठगी जा चुकी है। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर मास्टरमाइंड महिला को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में लोन देने वाली एनबीएफ सी कंपनी के कर्मचारियों व अधिकारियों को भी आरोपी बनाया जाएगा। तलैया थाना प्रभारी डीपी सिंह ने बताया कि 42 वर्षीय सुमनलता पत्नी जितेंद्र राठौर दुर्गा चौक तलैया में परिवार के साथ रहती है। उसने पुलिस को बताया कि वर्ष 2013 में दुर्गा चौक तलैया निवासी स्नेहलता नाम की महिला ने उससे संपर्क किया और समूह में शामिल होने का झांसा दिया। उक्त महिला स्नेहलता के समूह में शामिल हो गई। इसके बाद स्नेहलता ने करीब एक सैकड़ा महिलाओं को अपने अलग-अलग समूह में जोड़ा और उनसे बैंक पासबुक, आधार कार्ड और वोटर आईडी लेेकर स्वयं का रोजगार, सामान खरीदने के लिए लोन दिलाने लगी। मास्टर माइंड स्नेहलता महिलाओं से दस्तावेज लेकर लालघाटी, त्रिलंगा, मिनाल रेसीडेंसी और शाहजहांनाबाद में स्थित अलग-अलग आठ नान बैंकिंग फ ाइनेंस कंपनियों से उक्त महिलाओं को लोन मंजूर करा देती थी। महिलाओं को आरोपी एनबीएफ सी कंपनी के अधिकारियों व एजेंट्स से मिलकर 40 हजार से 60-70 हजार रुपए का लोन मंजूर कराती थी और पूरा पैसा अपने खाते में ट्रांसफ र करा लेती थी। किसी फ रियादी को दस तो किसी को पांच हजार रुपए दे देती थी। उक्त महिलाओं से यही बताती थी कि तुम्हारे दस्तावेज पर इतना ही लोन मंजूर हुआ है और पूरा पैसा खुद हजम कर जाती थी।
आठ साल से कर रही है फर्जीवाड़ा
मास्टरमाइंड महिला इतनी शातिर है कि 2013 से वह महिलाओं को अलग-अलग कार्यों के लिए लोन दिलाने के नाम पर ठग रही है। अब तक उसके खिलाफ आधा सैकड़ा महिलाओं ने तलैया थाने में आवेदन दे चुकी हैं, जिनसे करीब 25 लाख से अधिक की धोखाधड़ी का खुलासा हो चुका है। पुलिस गिरफ्त में आई आरोपी स्नेहलता ने पुलिस को बताया कि उसके संपर्क में तलैया और आसपास के क्षेत्र की करीब दो सौ महिलाएं जुड़ी हैं, जिनके दस्तावेजों पर लोन निकाला है। ऐसे में आशंका है कि महिला करीब एक करोड़ रुपए का फ र्जीवाड़ा किया होगा।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
आरोपी महिला स्नेहलता जितनी राशि फ रियादी महिलाओं को लोन के नाम पर दिलाती थी, उसका पूरा ब्याज व किश्तें वह स्वयं फ ाइनेंस कंपनियों में जमा करती थी। फ रियादी महिलाओं को जितनी राशि देती थी, उनसे सिर्फ उतनी ही राशि का ब्याज और किश्तें लेती थी। ऐसे में फ रियादी महिलाओं को पता ही नहीं चलता था कि उनके दस्तावेजों पर स्नेहलता ने कितना लोन ले रखा है। लॉकडाउन के दौरान स्नेहलता की आर्थिक हालत थोड़ा गड़बड़ हो गई और वह समय पर फ ाइनेंस कंपनियों को किश्तें नहीं दे पा रही थी। समय पर श्कितें जमा नहीं होने से फ ाइनेंस कंपनियों के रिकवरी एजेंट जिन महिलाओं के नाम पर लोन था, उनके घर आए दिन आने लगे और सार्वजनिक रूप से उन्हें धमकाने लगे। इस तरह जब दो दर्जन से अधिक महिलाओं के घर रिकवरी एजेंट्स धमकाते हुए पहुंचे तो सभी महिलाएं एकत्रित होकर थाने पहुंच गईं और स्नेहलता के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved