नई दिल्ली (New Delhi)। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections)में भाजपा (B J P)की नजर पश्चिम बंगाल (West Bengal)में भगवा झंडा (saffron flag)लहराने पर है। रविवार को भाजपा ने आम चुनाव (General election)को लेकर अपने उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी की। इसमें 111 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इसके साथ ही पार्टी ने 402 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतार दिए हैं। पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से भाजपा ने शाही परिवार की राजमाता अमृता रॉय को चुनावी मैदान में उतारा है। रॉय का मुकाबला टीएमसी की कद्दावर नेता और लोकसभा से निलंबित सांसद महुआ मोइत्रा से होना है।
पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर निर्वाचन क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस की फायरब्रांड नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘राजमाता’ (रानी मां) अमृता रॉय को खड़ा करने के भाजपा के फैसले को लोकसभा चुनाव से पहले एक तुरुप के पत्ते के रूप में देखा जा रहा है। रविवार को भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पांचवीं सूची में अमृता रॉय के नाम की घोषणा की। शाही परिवार की राजमाता पिछले सप्ताह ही पार्टी में शामिल हुई थीं।
कौन हैं अमृता रॉय
अमृता रॉय कृष्णानगर के ‘राजबाड़ी’ की राजमाता हैं। वह कृष्णानगर से ताल्लुक रखती हैं, जहां 18वीं सदी में तत्कालीन महाराजा कृष्ण चंद्र रॉय का राज हुआ करता था। इतिहास की बात करें तो बंगाल में एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व के रूप में कृष्ण चंद्र अपने वक्त में एक महान राजा थे। नादिया शाही परिवार से संबंधित, कृष्ण चंद्र को 18 साल की उम्र में राजगद्दी मिली थी। वह एक प्रबुद्ध शासक थे। उन्होंने सामाजिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक सुधारों में महत्वपूर्ण प्रगति की। राज्य के विकास में बहुत योगदान दिया और शासक के रूप में समाज और भविष्य पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा। प्रशासनिक सुधारों, कला को बढ़ावा देने और बंगाली संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए उन्हें आज भी जाना जाता है।
कितनी ताकतवर अमृता रॉय
अमृता रॉय जिस पूर्व महाराजा कृष्ण चंद्र रॉय के परिवार से आती हैं, पश्चिम बंगाल में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। आज भी उनके कार्यों को लेकर उनके परिवार के प्रति जनता में काफी सम्मान है। 20 मार्च को भाजपा में शामिल हुई अमृता रॉय के आने से पश्चिम बंगाल में भाजपा को यकीनन काफी ताकत मिली है। भाजपा के लिए महुआ के खिलाफ अमृता रॉय को चुनाव लड़ाना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर भगवा पार्टी चुनाव में इस सीट निकालने में कामयाब रहती है तो यह ममता के लिए बड़ा झटका होगा।
रॉय से हाई कमान की बातचीत
चुनाव विशेषज्ञों ने कहा कि अमृता रॉय की उम्मीदवारी से भाजपा के मनोबल को बढाएगा और पार्टी को प्रदेश में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ कड़ी टक्कर में भी मदद करेगी। भाजपा सूत्रों के मुताबिक, नदिया जिला नेतृत्व ने सबसे पहले अमृता रॉय को उम्मीदवार बनाने में दिलचस्पी दिखाई थी। इंडिया टुडे के मुताबिक, पार्टी ने उनसे संपर्क करना शुरू किया और लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कई दौर की बातचीत की।
महुआ के खिलाफ लड़ाई कितनी कठिन
महुआ मोइत्रा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कृष्णानगर सीट से 6,14,872 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी। जबकि भाजपा के कल्याण चौबे को 5,51,654 वोट मिले थे। मोइत्रा ने 63,218 के भारी अंतर से जीत हासिल की थी।
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