भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अति महत्वाकांक्षी लाड़ली लक्ष्मी योजना-2 की लॉचिंग फिलहाल टल गई है। इस योजना का शुभारंभ आज 2 मई को राजधानी भोपाल में होने जा रहा था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पिछले महीने 22 अप्रैल को भोपाल प्रवास के बाद विभागीय अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थगित करने का निर्णय ले लिया था। योजना की लॉचिंग टलने की वजह विभागीय अधिकारी अलग-अलग बता रहे हैं। मुख्य वजह प्रदेश में जारी भीषण गर्मी के कहर को बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में आज राजधानी के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में लाडली लक्ष्मी उत्सव तथा लाड़ली लक्ष्मी योजना-2 का शुभारंभ होना था। लाडली लक्ष्मी उत्सव की संगठन स्तर पर भी तैयारी हो चुकी थी। जिसके तहत विभाग 12 मई तक प्रदेश भर में उत्सव मनाने की तैयारी में था। जिसमें भाजपा संगठन की भी भागीदारी होने वाली थी। इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कई बार तैयारी की समीक्षा कर चुके थे। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री की अन्य कार्यक्रमों में व्यस्थता के चलते फिलहाल कार्यक्रम स्थगित किया गया है। जल्द ही इसके फिर आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम स्थगित होने की विभागीय अधिकारी अलग-अलग वजह बता रहे हैं। जिसमें सीएम के प्रदेश के बाहर प्रवास एवं अन्य कार्यक्रमों में व्यस्तता भी है।
भीषण गर्मी ने रोका आयोजन
इधर विभागीय सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में जारी भीषण गर्मी की वजह भी लाड़ली लक्ष्मी उत्सव एवं योजना की लांचिंग टालने की एक प्रमुख वजह है। मुख्यमंत्री चाहते हैं कि प्रदेश में लाडली लक्ष्मी उत्सव धूमधाम से मने, लेकिन बढ़ते तापमान में यह संभव नहीं था। क्योंकि राजधानी में होने वाले कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बेटियों को लाना था। भीषण गर्मी में यह संभव नहीं था। क्योंकि बच्चे गर्मी की चपेट में जल्दी आते हैं। प्रदेश में लाडली लक्ष्मी की संख्या 43 लाख हो चुकी है। जो बेटियां 10 पास कर चुकी है, उन्हें भोपाल में होने वाले आयोजन में बुलाने की तैयारी थी, लेकिन गर्मी की वजह से सरकार ने किसी तरह की रिश्क नहीं ली।
196 लाड़ली लक्ष्मियां वाघा बार्डर जाएंगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर प्रदेश में माँ तुझे प्रणाम योजना में सोमवार को प्रदेश की 196 लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं को अंतर्राष्ट्रीय सीमा वाघा-हुसैनीवाला (पंजाब) का भ्रमण कराया जाएगा। प्रदेश में वर्ष 2013 से शुरू हुई इस योजना में पहली बार प्रदेश की लाड़ली लक्ष्मी बालिकाएँ वाघा बार्डर जा रही हैं। मुख्यमंत्री चौहान लाड़ली लक्ष्मियों के दल को दोपहर 1 बजे रविन्द्र भवन से रवाना करेंगे। योजना में वाघा बार्डर जाने वाली लाड़ली लक्ष्मियों में भोपाल संभाग से 20, इंदौर संभाग से 31, ग्वालियर से 15, उज्जैन से 26, नर्मदापुरम से 11, शहडोल से 15, रीवा से 12, चम्बल से 9, सागर से 26 और जबलपुर संभाग से 31 लाड़ली लक्ष्मियाँ शामिल हैं। योजना में अब तक लगभग 12 हजार 672 युवाओं को लेह-लद्दाख, कारगिल-द्रास, आर.एस.पुरा, वाघा-हुसैनीवाला, तानोत माता का मंदिर, लोगेंवाल, कोच्चि, बीकानेर, बाड़मेर, नाथूराम-दर्रा, पेट्रापोल, तुरा, जयगाँव, अडंमान निकोबार एवं कन्या कुमारी की अनुभव यात्रा कराई गई है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग की इस योजना की चयनित बालिकाओं को गृह निवास यात्रा का किराया, दैनिक भत्ता, आवास, भोजन, स्थानीय यातायात व्यवस्था, रेल आरक्षण व्यवस्था, ट्रेक सूट, टी-शर्ट और किट बेग उपलब्ध कराए जाते हैं।
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