भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा अनुसार महिला कल्याण के लिए संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए लाड़ली बहना सेना का गठन किया जाना है। आयुक्त, महिला बाल विकास डॉ. राम राव भोंसले ने सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी और परियोजना अधिकारियों को प्रत्येक ग्राम में लाड़ली बहना सेना का गठन 21 जून तक अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को इस संबंध में ऑनलाइन राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी और परियोजना अधिकारियों को लाड़ली बहना सेना के उद्देश्य, स्वरूप, संचालन तथा दायित्व और कत्र्तव्यों की जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन तथा परिवार के निर्णयों में उनकी भूमिका सुदृढ़ करने के लिये मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना प्रारंभ कर 10 जून को बहनों के खाते में 1209 करोड़ 64 लाख रूपये अंतरित किए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने शासन द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और कार्य पर निगरानी रखने के लिए लाड़ली बहना योजना की लाभान्वित महिलाओं को शामिल कर लाड़ली बहना सेना के गठन की घोषणा भी की थी। लाड़ली बहना सेना का स्वरूप और गठन
प्रदेश के प्रत्येक ग्राम, जिसकी आबादी 1500 से कम है, में 11 सदस्य एवं ऐसे ग्राम जिनकी आबादी 1500 से अधिक है, में 21 सदस्य की लाड़ली बहना सेना का गठन होगा। ग्राम/वार्ड स्तर पर एक लाड़ली बहना सेना होगी, जिसमें ग्राम की इच्छुक 23 से 60 आयु वर्ग की महिलाएँ सदस्य होंगी। इसमें कुल संख्या में कम से कम 50 प्रतिशत सदस्य मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से लाभान्वित सदस्य होंगी। लाड़ली बहना सेना में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को अनिवार्यता शामिल किया जाएगा।
लाड़ली बहना सेना का संचालन
लाड़ली बहना सेना द्वारा माह के द्वितीय सप्ताह में कम से कम एक बार एवं आवश्यतानुसार बैठकें की जाएगी। बैठक का संचालन लाड़ली बहना सेना प्रभारी द्वारा किया जाएगा। बैठकों में परियोजना अधिकारी, सेक्टर पर्यवेक्षक, एएनएम समय-समय पर मार्गदर्शन देंगे।
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