नई दिल्ली। ईस्टर्न लद्दाख में पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे यानी फिंगर एरिया में अब भारतीय सैनिकों की तैनाती अहम हाइट्स (ऊंचाईयों) पर की गई है। चीनी सैनिक यहां पर फिंगर-4 की चोटी पर डटे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक अब भारतीय सेना ने वहां पर ऐसी पॉजिशन पर कब्जा कर लिया है जो फिंगर-4 से भी ऊंची है। एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक वहां पर हम अब अपने ही इलाके में ऐसी हाइट्स पर तैनात हैं जो फिंगर-4 को भी डोमिनेट करती है।
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को चीनी सेना ने दक्षिणी पैंगोंग की भारतीय फॉरवर्ड चौकियों पर कब्जे की कोशिश की थी। इस दौरान पोल स्वार्ड और ऑटोमेटिक रायफल के साथ पहुंचे चीनी सैनिकों ने भारतीय तारबंदी (वायर ऑब्सटिकल) को भी निकालने की कोशिश की थी। पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे में जिन जिन हाइट्स पर भारतीय सैनिक तैनात हैं वहां पर अपने इलाके में भारतीय सेना ने वायर ऑब्सटिकल लगा रखी हैं। भारत ने चीनी सैनिकों को सख्त चेतावनी दी है कि वह इस तारबंदी को पार करने की कोशिश ना करें।
सोमवार शाम को चीनी सैनिक इसके एकदम करीब आ गए थे और उन्होंने तारबंदी निकालने की कोशिश की। जिसके बाद भारतीय सैनिकों ने उन्हें सख्त चेतावनी दी और कहा कि वह अगर पीछे नहीं गए तो गंभीर नतीजे होंगे। उन्हें चेताया गया कि भारतीय सेना कुछ भी कदम उठा सकती है। जिसके बाद चीनी सैनिकों ने हवा में फायरिंग की और भारतीय सैनिकों पर दबाव बनाने की कोशिश की। लेकिन भारतीय सैनिकों की सख्त चेतावनी के बाद वह पीछे हटने को मजबूर हुए।
एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि चीन टैंक तैनात कर और बिल्डअप कर भारत पर दबाव बनाने को कोशिश कर रहा है। चीन ने पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे स्पांगुर गैप के पास ही करीब 15-20 टैंक तैनात किए हैं। उन्होंने कहा कि चीन इतना प्रदर्शन कर रहा है और सोच रहा है कि भारतीय सैनिकों पर इससे दबाव पड़ेगा, लेकिन भारतीय सेना हर हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
मॉल्डो में चीन के करीब 5-7 हजार सैनिक
एक अधिकारी ने बताया कि चुशूल सेक्टर के अपोजिट चीन ने अपने मॉल्डो इलाके में करीब 5-7 हजार सैनिक तैनात किए हैं। वह वहां लगातार बिल्डअप कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने भी उनके जितनी ही तैयारी की है और किसी भी चीज में हम उनसे कम नहीं हैं। भारतीय सेना यहां पर जिन हाइट्स पर तैनात हैं वहां से चीन का बिल्डअप साफ दिखता है और चीन की हर हरकत पर नजर रखी जा सकती है।
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