नई दिल्ली (New Delhi)। सरकार (Government) को 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) का गठन, वेतनभोगी वर्ग (Salaried class) के लिए कर छूट में वृद्धि (Increase in tax exemption) और पुरानी पेंशन योजना (Old pension scheme) की बहाली करनी चाहिए। श्रमिक संगठनों के नेताओं ने सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) के साथ बजट पूर्व बैठक के दौरान यह मांग की।
श्रमिक संगठनों ने सरकार से सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण को रोकने, नई पेंशन योजना को खत्म करने और पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल करने के लिए भी कहा। संगठनों ने अपने ज्ञापन में कहा, वेतनभोगी वर्ग के लिए उनके वेतन और ग्रैच्युटी पर आयकर छूट की अधिकतम सीमा को पर्याप्त रूप से बढ़ाना चाहिए।
असंगठित श्रमिकों और कृषि श्रमिकों के लिए सरकार द्वारा प्रायोजित सामाजिक सुरक्षा कोष की स्थापना की जानी चाहिए, ताकि उन्हें न्यूनतम 9,000 रुपये प्रति माह पेंशन और अन्य चिकित्सा, शैक्षिक लाभ आदि मिल सकें। इसके अलावा, उन्होंने मांग की है कि केंद्र सरकार के विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों में सभी मौजूदा रिक्तियों को तुरंत भरा जाना चाहिए और अनुबंध तथा आउटसोर्सिंग की प्रथा को रोकना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि आवश्यक खाद्य वस्तुओं और दवाओं पर जीएसटी के जरिये आम जनता पर बोझ डालने की जगह कॉरपोरेट कर, संपत्ति कर में वृद्धि और विरासत कर को लागू करना चाहिए। बैठक में इंटक, एआईटीयूसी, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी और यूटीयूसी सहित 12 मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
वित्त मंत्रालय की बैंक प्रमुखों के साथ बैठक आज
वित्त मंत्रालय ने पीएम विश्वकर्मा, जन सुरक्षा और मुद्रा योजना सहित विभिन्न वित्तीय समावेशन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए मंगलवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों की बैठक बुलाई है। बैठक की अध्यक्षता वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में पीएम विश्वकर्मा, स्टैंडअप इंडिया, पीएम स्वनिधि और अन्य कई प्रमुख योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा बैठक में वित्तीय समावेशन से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
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