बेंगलुरु। कर्नाटक (Karnatak) के पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी (Kumaraswamy) ने बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा सरकार से सरकार को ‘नालायक’ कहने के लिए महाराष्ट्र एकीकरण समिति (MES) के खिलाफ कार्रवाई (Action) शुरू करने की मांग की (Demands) है।
उन्होंने कहा, “एमईएस बिना किसी कारण के कन्नड़ राज्योत्सव (कर्नाटक राज्य के एकीकरण का दिन) के कारण कन्नड़ लोगों को उकसा रहा है। एमईएस बेलगावी शहर की छवि खराब कर रहा है और लोगों के बीच असामंजस्य ला रहा है।”
“समिति ने लोगों का विश्वास खो दिया है और इसलिए राजनीतिक रूप से घिरी हुई है। अस्तित्व की रणनीति के रूप में, यह बेलगावी जिले में असामंजस्य पैदा करने में लिप्त है। कर्नाटक सरकार को इन तत्वों के खिलाफ सख्त और कठोर उपाय करने चाहिए। एमईएस द्वारा देश की भाषा और चुनी हुई सरकार का किये जा रहे अपमान को माफ नहीं करना चाहिए।”
कुमारस्वामी ने कहा कि मराठी भाषा में सरकारी दस्तावेजों की मांग करते हुए, प्रदर्शनकारियों ने सरकार को ‘नालायक’ (बेकार) बताया और ‘जय’ महाराष्ट्र के नारे भी लगाए, जो निंदनीय है।
कर्नाटक सरकार ने 1 नवंबर को एमईएस द्वारा ‘ब्लैक डे’ के अवलोकन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर बेलगावी में भव्य जुलूस पर भी प्रतिबंध लगा दिया है और कन्नड़ संगठन सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के साथ आमने-सामने हैं। सत्तारूढ़ भाजपा ने हाल ही में हुए स्थानीय चुनावों में प्रचंड जीत दर्ज करके पहली बार एमईएस से बेलगावी नगर निगम को हराने में कामयाबी हासिल की है।
एमईएस बेलगावी नगर निगम के सामने स्थापित कन्नड़ ध्वज चौकियों को हटाने की मांग कर रहा है और सभी सरकारी दस्तावेजों में मराठी भाषा चाहता है।
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