नई दिल्ली । चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस का प्रकोप बड़े पैमाने पर सामने आया है। इसके चलते झिनजियांग प्रांत में लाॅकडाउन लगा दिया गया है। अचानक किए गए लॉकडाउन के चलते वहां हजारों यात्री फंसे हुए हैं और स्थानीय लोग अपनी ज़रूरतों के सामान इकट्ठा करने में लगे हैं।
चीन की स्थानीय न्यूज़ एजेंसी के अनुसार 16 जुलाई को अचानक कोविड 19 के संक्रमित लोग सामने आने लगे और प्रशासन को आनन फानन में लाॅकडाउन का फैसला करना पड़ा। चीन का झिनजियांग वही प्रांत हैं जहां उइगर मुसलमान ज्यादा रहते हैं और जिनके खिलाफ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार द्वारा यातना और दमन की ख़बरें आती रही हैं।
झिनजियांग में लगभग 35 लाख लोग रहते हैं। सबसे पहले सोशल मीडिया पर यह ख़बरें आईं कि इस प्रांत में कोविड 19 संक्रमितों की संख्या अचानक बढ़ने लगी है। झिनजियांग की कम्युनिस्ट पार्टी की कमेटी ने कहा है कि यहां आवाजाही और लोगों की आपसी संपर्क को काटा जा रहा है। भीड़ वाले इलाकों में विशेष प्रबंध किया जा रहा है। समुदायों में ग्रिड मैनेजमेंट के जरिए संक्रमण को रोकने का प्रयास किया जा रहा है और बड़े पैमाने लोगों के बुखार और संक्रमण की जांच की जा रही है।
इसके पहले झिनजियांग में पिछले 149 दिनों से कोई कोरोना संक्रमण का नया केस नहीं आया था। लेकिन बृहस्पतिवार को किराने की दुकान में काम कर रही एक 24 साल की महिला को गले में दर्द और बुखार महसूस हुआ जिसे एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे कोरोना संक्रमित घोषित कर दिया गया। इसके पहले एक बिजनेसमैन ने भी इसी तरह की बीमारी होने पर स्थानीय स्वास्थ्य कार्यालय को सूचित किया था।
चीन का यह झिनजियांग प्रांत कजाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है, जहां इस समय कोरोना के साथ एक नये तरह के वायरस का प्रकोप फैला हुआ है। 1 जुलाई से 13 जुलाई के बीच में कजाकिस्तान में 39,702 कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान हुई। कजाकिस्तान में तैनात चीन के राजदूत ने पहले ही अपने नागरिकों को सतर्क कर दिया था कि नया वायरस कोरोना से भी अधिक जानलेवा है और इससे चीन के नागरिक भी संक्रमित हो रहे हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved