नई दिल्ली। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप ( WTC Final) के फाइनल में हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ये थोड़ा मुश्किल समय है. आईसीसी (ICC) की इस ट्रॉफी के लिए खिलाड़ी पिछले 2 साल से मेहनत कर रहे थे, लेकिन एक मैच ने उनके सपने को तोड़कर रख दिया. ये हार सिर्फ एक हार नहीं है, बल्कि खिलाड़ियों के मनोबल का टेस्ट भी है.
टीम इंडिया (Team India) को अब यहां से नए सिरे से शुरुआत करनी है और उसे फाइनल के प्रदर्शन के भुलाकर फिर वही चैम्पियन वाला खेल दिखाना होगा, जिसके लिए वह जाने जाते हैं. भारतीय खिलाड़ियों को गिरकर उठना आता है. ये वह ऑस्ट्रेलिया (Austrelia) और इंग्लैंड (England) के खिलाफ सीरीज में दिखा चुके हैं.
अब जब टीम इंडिया (Team India) फाइनल हार चुकी है और जाहिर सी बात है खिलाड़ियों का मनोबल थोड़ा गिरा होगा, तो ऐसे में कप्तान का रोल अहम हो जाता है. इस भूमिका को कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) पिछले कई वर्षों से संभाल रहे हैं. वह एक बार फिर इस भूमिका को बखूबी निभाते दिख रहे हैं. उन्होंने हार के बाद भारतीय खिलाड़ियों के साथ एक फोटो ट्वीट की है और एक संदेश दिया है.
कोहली ने किया ये ट्वीट
कोहली ने हार के एक दिन बाद गुरुवार रात को ट्वीट किया, ‘यह सिर्फ एक टीम नहीं, बल्कि परिवार है. हम साथ आगे बढ़ते हैं.’ उन्होंने नीला दिल और तिरंगा झंडा भी डाला.
इस ट्वीट से साफ है कि कोहली यह संदेश देना चाहते हैं कि हार के बाद मिले झटके से अब पूरा भारतीय दल उबर रहा है और वह हर हाल में अपने खिलाड़ियों के साथ खड़े हैं.
‘एक मैच से बेस्ट टीम का फैसला नहीं कर सकते’
इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का निर्धारण एक फाइनल के आधार पर नहीं, बल्कि ‘बेस्ट आफ थ्री फाइनल’ के जरिए होना चाहिए. कोहली ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा ,‘मैं इसका पक्षधर नहीं हूं कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का निर्धारण एक फाइनल मैच से हो.’
उन्होंने कहा, ‘अगर टेस्ट सीरीज है तो तीन टेस्ट से ही पता चलता है कि किस टीम में वापसी की क्षमता है. ऐसा नहीं होता कि दो दिन अच्छा खेलें और फिर आप अचानक अच्छी टेस्ट टीम नहीं हैं. मैं यह नहीं मानता.’
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