नई दिल्ली। दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार विराट कोहली (Virat Kohli) अब टेस्ट और वनडे फॉर्मेट (Test and ODI formats) में भी कप्तानी (captaincy ) छोड़ सकते हैं। यह बात भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कही। शास्त्री का मानना है कि कोविड-19 से जुड़े दबाव से निपटने के लिए विराट कोहली टी20 अंतरराष्ट्रीय के बाद अन्य फॉर्मेट की भी कप्तानी छोड़ सकते हैं। यूएई में खेले जा रहे आईसीसी टी20 विश्व कप (T20 World Cup-2021) से भारत के जल्दी बाहर होने के साथ ही शास्त्री का टीम के साथ कार्यकाल समाप्त हो गया।
शास्त्री ने कोहली की कप्तानी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह कार्यभार के बेहतर प्रबंधन (Workload Management) के लिए अन्य फॉर्मेट से भी नेतृत्व की जिम्मेदारी छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में उनकी कप्तानी में भारत पिछले 5 साल से शीर्ष पायदान पर काबिज है। जब तक वह मानसिक रूप से थके हुए महसूस नहीं करेंगे, तब तक वह कप्तानी छोड़ना नहीं चाहेंगे। वह हालांकि निकट भविष्य में बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कप्तानी छोड़ सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘यह तुरंत नहीं होगा, लेकिन ऐसा हो सकता है। सफेद गेंद के क्रिकेट (सीमित ओवरों के फॉर्मेट में) के साथ भी ऐसा हो सकता है। वह कह सकते हैं कि वह अब सिर्फ टेस्ट कप्तानी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।’ शास्त्री ने कोहली को सबसे फिट क्रिकेटर करार देते हुए कहा, ‘बहुत से सफल खिलाड़ियों ने अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिए कप्तानी छोड़ दी है।’
उन्होंने कहा, ‘विराट में खेल में अच्छा करने की भूख निश्चित रूप से बरकरार है, वह टीम में किसी से भी ज्यादा फिट हैं, इस बारे में कोई शक नहीं। जब आप शारीरिक रूप से फिट होते हैं, तो खेल में आपकी उम्र बढ़ती है। कप्तानी के मामले में, यह उनका फैसला होगा, लेकिन मैं देखता हूं कि वह सफेद गेंद के क्रिकेट को ना कह सकते हैं लेकिन लाल गेंद क्रिकेट में खेलना जारी रखना चाहिए. वह टेस्ट क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ एंबेसडर रहे हैं।’
शास्त्री का अनुमान है कि कोहली के अलावा और भी कई खिलाड़ी बायो बबल की थकान से निपटने के लिए लंबा ब्रेक ले सकते हैं। उन्होंने कोविड-19 के समय में अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग कप्तान की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘ऐसे समय में अलग-अलग कप्तान होना जरूरी है क्योंकि इससे खिलाड़ी पर दबाव कम होगा. मुझे लगता है कि बहुत सारे खिलाड़ी ब्रेक लेना चाहते हैं. आपको समय-समय पर खेल से आराम देने की जरूरत होगी।’
भारत के विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने खिलाड़ियों पर देश से ज्यादा आईपीएल को तरजीह देने के आरोप पर शास्त्री ने कहा, ‘अप्रैल में आईपीएल के स्थगन के बाद उनके पास (बीसीसीआई) कोई विकल्प नहीं था. मुझे नहीं लगता कि भविष्य में फिर ऐसा होगा. जहां तक कपिल की बात है तो वह आईपीएल के कार्यक्रम को लेकर सही हैं क्योंकि इससे खिलाड़ियों की थकान बढ़ी।’
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